बच्चों में मोतियाबिंद: लक्षण, जोखिम और उपचार – Cataracts In Children: Symptoms, Risks And Treatment In Hindi

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मोतियाबिंद क्या है – What Is Cataract In Hindi

मोतियाबिंद क्या हैआमतौर पर बच्चों में मोतियाबिंद करना बहुत जरूरी है, क्योंकि यह दृष्टि से संबंधित कई गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। मोतियाबिंद एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आंख का लेंस धुंधला या अपारदर्शी हो जाता है और इससे प्रोग्रेसिव दृष्टि हानि होती है। लेंस सामान्य रूप से साफ होता है और आंख के पीछे रेटिना पर रोशनी को फोकस करता है, जिससे हम साफ देख पाते हैं। हालांकि, मोतियाबिंद विकसित होने पर लेंस धुंधला हो जाता है और रोशनी को बिखेर देता है, जिसके कारण दृष्टि धुंधली या खराब होती है।

मोतियाबिंद कई कारकों से विकसित हो सकता है, जिनमें उम्र बढ़ने की प्रक्रिया, आनुवंशिकी, पराबैंगनी प्रकाश से लंबे समय तक संपर्क, कुछ दवाएं या डायबिटीज जैसी चिकित्सा स्थितियां शामिल हैं। मोतियाबिंद आमतौर पर समय के साथ धीरे-धीरे विकसित होता है और पहली बार में इसके कोई ध्यान देने वाले लक्षण पैदा नहीं होते हैं। हालांकि, मोतियाबिंद के बढ़ने पर धुंधली दृष्टि, प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता, रात के समय देखने में कठिनाई और रोशनी के चारों तरफ चकाचौंध जैसे लक्षण दिख सकते हैं।

मोतियाबिंद के उपचार में सर्जरी से धुंधले लेंस को हटाना और इसे आर्टिफिशियल लेंस इम्प्लांट से बदलना शामिल है। मोतियाबिंद सर्जरी सबसे आम सर्जिकल प्रक्रियाओं में से एक है, जिसे आमतौर पर सुरक्षित और प्रभावी माना जाता है। अगर आप माता-पिता हैं, तो आपके लिए अपने बच्चों में मोतियाबिंद के बारे में जानना जरूरी है। मोतियाबिंद आंखों की एक आम समस्या है, जो वयस्कों और बच्चों दोनों को प्रभावित कर सकती है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम बच्चों में मोतियाबिंद के लक्षण, जोखिम और उपचार विकल्पों पर चर्चा करेंगे। यह जानकारी आपके बच्चे की आंखों को स्वस्थ और दृष्टि को साफ रखने में फायदेमंद हो सकती है।

क्या बच्चों में मोतियाबिंद आम है – Are Cataracts Common In Children In Hindi

Are Cataracts Common In Children?जी हां, बच्चों में मोतियाबिंद आम होना है। हालांकि, बहुत से लोग इसकी उपस्थिति महसूस नहीं कर पाते हैं। मोतियाबिंद किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन यह अक्सर ज्यादा उम्र वाले लोगों में देखा जाता है।

आमतौर पर ज्यादातर बच्चों में मोतियाबिंद अपेक्षाकृत दुर्लभ है, लेकिन इसकी संभावना रहती है। अध्ययन और जनसंख्या के आधार पर, बच्चों में मोतियाबिंद की घटना प्रति 10,000 जीवित जन्मों में लगभग 1-15 होने का अनुमान है।

बच्चों में मोतियाबिंद जन्मजात हो सकता है, जिसका मतलब है कि यह जन्म के समय मौजूद रहता है। इसके अलावा यह चोट, इंफेक्शन या डायबिटीज जैसी कुछ चिकित्सीय स्थितियों के कारण बाद में बचपन में विकसित हो सकता है। जन्मजात मोतियाबिंद विरासत में मिल सकता है या इंट्राओकुलर इंफेक्शन, गर्भावस्था के दौरान मां द्वारा दवा के उपयोग या मेटाबॉलिज्म से संबंधित विकार जैसे कई कारकों से हो सकता है। यह कारक एक या दोनों आंखों को प्रभावित कर सकते हैं। इससे मोतियाबिंद हो सकता है और यह गंभीर दृष्टि हानि का कारण बनता है। मोतियाबिंद के कारण या गंभीरता के बावजूद सबसे अच्छे नतीजे प्राप्त करने के लिए जल्द निदान और उपचार जरूरी है। इसके लिए मोतियाबिंद वाले बच्चों को बाल रोग विशेषज्ञ द्वारा जल्द मूल्यांकन और उचित प्रबंधन प्राप्त करना चाहिए।

बच्चों में मोतियाबिंद के लक्षण – Symptoms Of Cataracts In Children In Hindi

किसी बच्चे में मोतियाबिंद के लक्षण स्थिति के प्रकार और गंभीरता के आधार पर अलग होते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • धुंधली दृष्टि या अस्पष्ट दृष्टि
  • प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता बढ़ना
  • खराब रात की दृष्टि
  • एक आंख में दोहरी दृष्टि

ज्यादा गंभीर मामलों में मोतियाबिंद के कारण आंख की पुतली में सफेद या भूरे रंग का धब्बा दिखाई दे सकता है। अगर आपके बच्चे को इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपके लिए किसी अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है।

बच्चों में मोतियाबिंद हटाने का जोखिम – Risks Of Cataract Removal In Children In Hindi

Risks Of Cataract Removal In Childrenमोतियाबिंद हटाने को आमतौर पर एक सुरक्षित प्रक्रिया माना जाता है, लेकिन अन्य सभी प्रक्रियाओं की तरह इसमें भी कुछ जोखिम शामिल होते हैं। इस प्रकार की सर्जरी से जुड़ी संभावित जटिलताओं में निम्नलिखित शामिल हैं:

  • इंफेक्शन
  • आंख की सूजन
  • रेटिना अलग होना
  • खून बहना
  • दृष्टि हानि

इनमें से ज्यादातर जोखिम दुर्लभ हैं और बच्चों में मोतियाबिंद हटाने की समग्र सफलता दर ज्यादा है। इस प्रकार आपको अपने बच्चे की उपचार योजना के बारे में कोई फैसला लेने से पहले अपने नेत्र रोग विशेषज्ञ के साथ सभी संभावित जोखिमों पर चर्चा करना चाहिए।

बच्चों में मोतियाबिंद का निदान – Diagnosis Of Cataract In Children In Hindi

Childhood Cataractबच्चों में मोतियाबिंद का निदान आमतौर पर एक आंखों के डॉक्टर या नेत्र रोग विशेषज्ञ द्वारा किया जाता है, जो बच्चों की आंखों की देखभाल में माहिर होते हैं। बच्चों में मोतियाबिंद के निदान के लिए उपयोग की जाने वाली कुछ सामान्य नैदानिक विधियां निम्नसिखित हैं:

  • विजुअल एक्विटी टेस्ट: इस टेस्ट का उपयोग बच्चे की दृष्टि की तेजी को मापने के लिए किया जाता है। इस दौरान सर्जन बच्चे को एक निश्चित दूरी से चार्ट पर कई आकारों के अक्षरों या प्रतीकों की पहचान करने के लिए कहते हैं। यह टेस्ट पता लगाने में मदद कर सकता है कि मोतियाबिंद से बच्चे की दृष्टि प्रभावित हो रही है या नहीं।
  • स्लिट-लैंप एक्जामिनेशन: इस एक्जामिनेशन में नेत्र रोग विशेषज्ञ बच्चे की आंख की जांच के लिए स्लिट-लैंप का उपयोग करते हैं। यह एक अलग प्रकार का माइक्रोस्कोप है, जो डॉक्टर को आंख के अंदर मोतियाबिंद और उसकी जगह को देखने में मदद करता है।
  • रेटिनोस्कोपी: इस टेस्ट में बच्चे के चश्मे का प्रिस्क्रिप्शन निर्धारित करने के लिए एक रोशनी का उपयोग शामिल है। डॉक्टर इस टेस्ट के उपयोग से यह भी निर्धारित कर सकते हैं कि मोतियाबिंद बच्चे की दृष्टि को प्रभावित कर रहा है या नहीं।
  • अल्ट्रासाउंड बायोमाइक्रोस्कोपी: यह टेस्ट लेंस सहित आंख की संरचनाओं की एक विस्तृत छवि देने के लिए अल्ट्रासाउंड तरंगों का उपयोग करता है। इससे डॉक्टर को मोतियाबिंद की जगह और आकार निर्धारित करने में मदद मिलती है।
  • प्युपिल डायलेशन: इस टेस्ट में पुतली को फैलाने के लिए आईड्रॉप का उपयोग शामिल है, जिससे नेत्र रोग विशेषज्ञ बच्चे के लेंस और आंख के दूसरे हिस्सों की जांच करते हैं।

मोतियाबिंद के निदान के बाद नेत्र रोग विशेषज्ञ मोतियाबिंद का कारण निर्धारित करने के लिए आगे के टेस्ट की सिफारिश कर सकते हैं। यह आपको बताता है कि इसे हटाने के लिए सर्जरी जरूरी है या नहीं।

बच्चों में मोतियाबिंद का उपचार – Treatment Of Cataracts In Children In Hindi

बच्चों में मोतियाबिंद का उपचार स्थिति की गंभीरता और बच्चे की उम्र पर निर्भर करता है। यहां कुछ संभावित उपचार विकल्प दिए गए हैं:

  • सर्जरी: ज्यादातर मामलों में बच्चों में मोतियाबिंद के लिए सर्जिकल उपचार की जरूरी होती है। सर्जरी के दौरान धुंधले लेंस को हटाया और उसकी जगह आर्टिफिशियल लेंस लगाया जाता है। इस प्रक्रिया को इंट्राओकुलर लेंस इम्प्लांटेशन के साथ पीडियाट्रिक कैटरैक्ट एक्सट्रैक्शन कहते हैं। बच्चों में मोतियाबिंद हटाने वाली यह सर्जरी आमतौर पर जनरल एनेस्थीसिया के तहत की जाती है।
  • चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस: अगर मोतियाबिंद हल्का है, तो बच्चे को ज्यादा साफ देखने में मदद करने के लिए चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस निर्धारित किया जा सकता है। ऐसा अक्सर तब होता है, जब मोतियाबिंद बच्चे की सिर्फ एक आंख को प्रभावित करता है।
  • पैचिंग: अगर मोतियाबिंद के कारण बच्चे की आलसी आंख (एम्ब्लियोपिया) है, तो प्रभावित आंखों में दृष्टि सुधार के लिए उन्हें एक आंख पैच पहनने की जरूरत हो सकती है।
  • विजन थेरेपी: कुछ बच्चों के लिए विजन थेरेपी बहुत फायदेमंद हो सकती है। इससे वह अपनी आंखों का एक साथ उपयोग करना सीखते हैं और उनकी दृष्टि की तेजी में सुधार होता है।
  • फॉलो-अप देखभाल: मोतियाबिंद सर्जरी से गुजरने वाले बच्चों को उनकी प्रोग्रेस की निगरानी के लिए नेत्र रोग विशेषज्ञ के पास नियमित फॉलो-अप विजिट की जरूरत होती है। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि उनकी दृष्टि ठीक से विकसित हो रही है,

आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि सबसे अच्छे नतीजों के लिए बच्चों में मोतियाबिंद का जल्द पता लगाना और उपचार करना जरूरी है। ऐसे में माता-पिता को अपने बच्चों के लिए नियमित रूप से आंखों की जांच करानी चाहिए, ताकि दृष्टि संबंधी किसी भी समस्या का जल्द निदान और उपचार सुनिश्चित किया जा सके।

बच्चों में मोतियाबिंद की रोकथाम – Prevention Of Cataracts In Children In Hindi

बच्चों में मोतियाबिंद की रोकथाम का कोई तरीका नहीं है। हालांकि, निम्नलिखित सुझावों से आप मोतियाबिंद के विकास का जोखिम कम कर सकते हैं:

  • प्रसव से पहले देखभाल: स्वस्थ गर्भावस्था और स्वस्थ बच्चे के लिए प्रसव से पहले उचित देखभाल जरूरी है। गर्भावस्था के दौरान शराब और तंबाकू से परहेज, नियमित जांच और चिकित्सीय स्थितियों के प्रबंधन से बच्चों में मोतियाबिंद और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम कम करना संभव है।
  • यूवी रेडिएशन से सुरक्षा: यूवी रेडिएशन से संपर्क मोतियाबिंद का जोखिम बढ़ा सकता है। ऐसे में बच्चों को अपनी आंखें सूरज की हानिकारक किरणों से बचाने के लिए धूप का चश्मा और टोपी पहनना चाहिए।
  • उचित पोषण: फल, सब्जियां और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर आहार आंखों का स्वास्थ्य बढ़ाने और मोतियाबिंद का जोखिम कम करने में फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा विटामिन ए, सी और ई सहित ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे ऐसे खाद्य पदार्थ एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं। इनसे आंखों को नुकसान से बचाने में भी मदद मिलती हैं।
  • सुरक्षा के उपाय: बच्चों को ऐसे खेल या गतिविधियों के दौरान सुरक्षात्मक आईवियर पहनने चाहिए, जिनसे आंखों में चोट लगने की संभावना होती है। इसकी रोकथआम के लिए माता-पिता को जरूरी कदम उठाने चाहिए।
  • नियमित आंखों की जांच: सबसे अच्छे नतीजों के लिए मोतियाबिंद का जल्द निदान और उपचार करना जरूरी है। इसके लिए बच्चों की आंखों की नियमित जांच होनी चाहिए। अगर उनके पास मोतियाबिंद या आंखों की अन्य स्थितियों का पारिवारिक इतिहास है, तो यह खासतौर से जरूरी है।

इन सुझावों का पालन करने के बावजूद कुछ बच्चों को मोतियाबिंद हो सकता है। ऐसे में संकेतों और लक्षणों की जानकारी या दृष्टि संबंधी कोई समस्या होने पर तुरंत उपचार प्राप्त करना जरूरी है। अगर आपके पास कोई सवाल या परेशानी हैं, तो अपने बच्चे के डॉक्टर या नेत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना सुनिश्चित करें।

क्या मोतियाबिंद को जल्दी दूर करना बेहतर है – Is It Better To Remove Cataracts Early In Hindi

जब बच्चों में मोतियाबिंद की बात आती है, तो आमतौर पर जल्दी निकालना सबसे अच्छा विकल्प होता है। अगर समय पर उचित उपचार नहीं किया जाए, तो मोतियाबिंद के कारण दृष्टि हानि की संभावना बनी रहती है। यह आपके बच्चे के शारीरिक और संज्ञानात्मक विकास में रुकावट पैदा कर सकता है। इस सर्जरी से मरीजों में बेहतर नतीजे प्राप्त होते हैं, क्योंकि उनकी आंख के ऊतक ज्यादा लचीले होते हैं।

इसके अलावा कुछ अध्ययनों के अनुसार, मोतियाबिंद को समय से पहले हटाने से ग्लूकोमा और एम्ब्लियोपिया सहित दीर्घकालिक जटिलताओं के जोखिम को कम किया जा सकता है। अगर आपके बच्चे को मोतियाबिंद का निदान किया गया है या उन्हें कोई लक्षण दिखते हैं, तो तुरंत उपचार प्राप्त करना जरूरी है। नेत्र रोग विशेषज्ञ आपके बच्चे के लिए सबसे अच्छी उपचार योजना निर्धारित करने में सक्षम हैं, जिसमें मोतियाबिंद हटाने की सर्जरी शामिल हो सकती है।

आपके लिए यह याद रखना जरूरी है कि अभी भी उपचार के विकल्प उपलब्ध हैं और आमतौर पर रोग का निदान बहुत अच्छा होता है। माता-पिता को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि सर्जरी के प्रभाव दिखने में समय लगता है। इसके अलावा यह आपके बच्चे के साथ उनके निदान और उपचार योजना के बारे में बात करने में फायदेमंद हो सकता है। अगर इस प्रक्रिया के दौरान आपके बच्चे को मदद या परामर्श की जरूरत है, तो उपलब्ध कई संसाधन आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं।

निष्कर्ष – Conclusion In Hindi

मोतियाबिंद हटाने वाली सर्जरी के साथ बच्चों में मोतियाबिंद का प्रभावी ढंग से इलाज किया जा सकता है। हालांकि, कोई भी फैसला लेने से पहले अपने नेत्र रोग विशेषज्ञ के साथ इस प्रक्रिया के जोखिमों और संभावित फायदों पर चर्चा करना जरूरी है। माता-पिता द्वारा खासतौर से सावधानियों का पालन करना जरूरी है। साथ ही इस दौरान उन्हें अपने बच्चों को भावनात्मक सहारा भी देना चाहिए। इस प्रकार शुरुआती उपचार के साथ ज्यादातर बच्चों का बीमारी का निदान बहुत अच्छा होता है और वह सामान्य स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।

माता-पिता के लिए यह जरूरी है कि वह बच्चों में मोतियाबिंद के संकेतों और लक्षणों के बारे में जागरूक हों, ताकि अगर उनके बच्चे में दृष्टि हानि के कोई लक्षण दिखाई दें तो वह तुरंत उपचार प्राप्त कर सकें। इनमें धुंधली दृष्टि, कम रोशनी में देखने पर कठिनाई, रंगों को पहचानने में कठिनाई या भेंगापन शामिल हैं। मोतियाबिंद का जल्द पता लगाने और उपचार करने से आपके बच्चे के सफल नतीजे की संभावना बहुत बढ़ सकती है।

मंत्राकेयर में हमारे पास अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञों की एक टीम है, जो मोतियाबिंद सर्जरी से संबंधित आपके किसी भी सवाल का जवाब देने में सक्षम हैं। इससे संबंधित ज्यादा जानने के लिए हमें +91-9711116605 पर कॉल करें।