मोतियाबिंद की रोकथाम: जोखिम और सुझाव – Cataract Prevention: Risks And Tips In Hindi

मोतियाबिंद की रोकथाम

मोतियाबिंद क्या है – What Is Cataract In Hindi

What Is a Cataract?मोतियाबिंद की रोकथाम करना बहुत जरूरी है, क्योंकि अनुपचारित छोड़े जाने पर मोतियाबिंद गंभीर दृष्टि समस्याएं पैदा कर सकता है। यह स्थिति आपकी आंख के लेंस को प्रभावित करती है, जिससे में लेंस के प्रोटीन आपस में टकराते हैं। इससे लेंस धुंधला हो जाता है और दृष्टि खराब हो जाती है। कई बार अनुपचारित छोड़ दिए जाने पर मोतियाबिंद अंधेपन का कारण भी बन सकता है। हालांकि, उचित प्रबंधन और जीवनशैली में बदलाव से मोतियाबिंद के विकास का जोखिम कम करना संभव है। मोतियाबिंद उम्र बढ़ने की प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिससे आंख का लेंस धुंधला और अपारदर्शी हो जाता है।

आमतौर पर मोतियाबिंद आंखों की सामान्य स्थिति है, जिससे लाखों लोगों प्रभावित होते हैं। यह आंख में प्रोटीन बनने की वजह से होता है, जो लेंस को धुंधला करते हैं और आपके लिए देखना मुश्किल बना सकते हैं। सर्जरी से मोतियाबिंद का इलाज संभव है, लेकिन इसकी रोकथाम के कई तरीके हैं। मोतियाबिंद की रोकथाम का अन्य तरीका धूप का चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस पहनना है, जो यूवी प्रकाश को रोकते हैं। साथ ही स्वस्थ आहार का सेवन और नियमित व्यायाम करना भी जरूरी है, क्योंकि यह मोतियाबिंद के विकास का जोखिम कम करने में फायदेमंद हो सकते हैं।

एक अनुमान के मुताबिक, आधे मिलियन से ज्यादा लोग मोतियाबिंद से पीड़ित हैं। मोतियाबिंद को अंधेपन का प्रमुख कारण माना जाता है। ऐसे में अगर आप अपनी दृष्टि को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो आपके लिए मोतियाबिंद की रोकथाम के तरीके जानना जरूरी है। मोतियाबिंद आंख के लेंस का धुंधलापन है, जिससे धुंधली दृष्टि, रात के समय गाड़ी चलाने या पढ़ने में परेशानी और स्थायी अंधेपन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इस ब्लॉग पोस्ट में हम मोतियाबिंद की रोकथाम और जोखिम को कम करने के लिए कुछ सुझावों पर चर्चा करेंगे।

मोतियाबिंद के जोखिम कारक – Risk Factors Of Cataracts In Hindi

आमतौर पर बुज़ुर्गों में ज्यादा आम मोतियाबिंद धीरे-धीरे विकसित होता है। हालांकि, अन्य कारक भी आपके मोतियाबिंद के जोखिम को बढ़ा सकते हैं, जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं:

  • डायबिटीज
  • लंबे समय तक सूरज की पराबैंगनी किरणों के संपर्क में रहना
  • मोतियाबिंद का पारिवारिक इतिहास
  • पिछली आंख की चोट या सूजन
  • स्टेरॉयड जैसी कुछ दवाएं का सेवन

अगर आपके पास इनमें से कोई भी जोखिम कारक हैं, तो नियमित तौर पर किसी अनुभवी और योग्य नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना जरूरी है। इससे आपको मोतियाबिंद का सटीक निदान और प्रभावी उपचार में मदद मिल सकती है। साथ ही बाहर जाते समय धूप का चश्मा और टोपी पहनना भी आपकी आंखों को यूवी किरणों से बचाने और मोतियाबिंद का जोखिम कम करने में फायदेमंद हो सकता है।

मोतियाबिंद की रोकथाम के लिए सुझाव – Tips For Cataract Prevention

कई सुझावों से आपको मोतियाबिंद की रोकथाम करने में मदद मिल सकती है। ऐसे ही कुछ सुझावों में शामिल हैं:

धूम्रपान से बचें

धूम्रपान आपके मोतियाबिंद के विकसित होने का जोखिम बढ़ाता है। साथ ही यह अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है, इसलिए इससे पूरी तरह बचना सबसे अच्छा है। यूवी रेडिएशन की तरह धूम्रपान भी मोतियाबिंद और एएमडी दोनों के विकास के लिए एक ज्ञात जोखिम कारक है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि दोनों के प्रतिकूल प्रभाव शरीर में मुक्त कणों के रिलीज होने से होते हैं। ऐसे में धूम्रपान से मोतियाबिंद बनने और बढ़ने का खतरा लगभग तीन गुना बढ़ जाता है।

शराब का सीमित सेवन करें

बड़ी मात्रा में शराब का सेवन मोतियाबिंद के विकास के बढ़ते जोखिम से जुड़ा हुआ है। ऐसे में आपको सीमित मात्रा में शराब का सेवन करने की सलाह दी जाती है।

नियमित आंखों की जांच करवाएं

मोतियाबिंद के जल्द निदान और उपचार से आपको स्थायी दृष्टि हानि से बचने में मदद मिल सकती है। ऐसे में आपके लिए किसी अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञ द्वारा नियमित तौर पर व्यापक आंखों की जांच करवाना जरूरी है।

डायबिटीज का प्रबंधन करें

डायबिटीज आपके मोतियाबिंद विकसित होने के जोखिम को बढ़ा सकता है। ऐसे में आहार और व्यायाम की मदद से अपना रक्त शर्करा स्तर नियंत्रित रखना जरूरी है। रक्त शर्करा के बढ़े हुए स्तर से मोतियाबिंद जैसी कई अलग-अलग समस्याएं हो सकती हैं। आंकड़ों के मुकाबिक, औसत आयु जिस पर डायबिटीज वाले लोगों में मोतियाबिंद के साथ खराब शर्करा नियंत्रण होता है, औसत जनसंख्या की तुलना में बहुत कम है। इस प्रकार उचित ग्लाइसेमिक नियंत्रण सुनिश्चित करना जरूरी है। इसके अलावा ज्यादा रक्त शर्करा से डायबिटिक रेटिनोपैथी जैसे गंभीर समस्या भी हो सकती है। यह तब होता है, जब रेटिना पर नई रक्त वाहिकाएं बनती हैं, जहां वह द्रव और रक्त का रिसाव करती हैं, जिसकी वजह से रेटिना में सूजन और रक्तस्राव होता है।

कॉन्टैक्ट लेंस ठीक से पहनें

अगर आप कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं, तो उचित उपयोग, सफाई और देखभाल के लिए सभी निर्देशों का पालन करना सुनिश्चित करें। कई बार कॉन्टैक्ट लेंस की खराब देखभाल से आंखों में इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है, जो मोतियाबिंद का प्रमुख कारण बनता है।

नियमित रूप से व्यायाम करें

नियमित शारीरिक गतिविधि आपकी आंखों को स्वस्थ रखने और मोतियाबिंद के विकास का जोखिम कम करने में फायदेमंद हो सकती है।

स्टेरॉयड के ज्यादा उपयोग से बचें

कॉर्टिकोस्टेरॉइड को मोतियाबिंद का अन्य आम कारण माना जाता है। ऐसे में आपको ज्यादा जरूरी होने तक इसके सेवन से परहेज करना चाहिए। स्टेरॉयड संभावित रूप से जीवन रक्षक दवाएं हैं, लेकिन उनके बहुत ज्यादा उपयोग से कई गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती हैं। ऐसे में किसी भी दवा के सेवन से पहले आपको फायदे और नुकसान जानने के लिए किसी अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श करने की सलाह दी जाती है। इस प्रकार किसी भी दवा को हमेशा डॉक्टर की देखरेख में लिया जाना चाहिए। साथ ही जब संभव हो, तो आपको अपने डॉक्टर के साथ अन्य ऐसी दवाओं पर भी चर्चा करनी चाहिए।

चोट से बचें

आंखों में ट्रॉमा जैसे झटका या चोट मोतियाबिंद के विकास का कारण बन सकता है। ऐसे में खेल खेलते समय, उपकरण या भारी मशीनरी का उपयोग करते हुए और ऐसे किसी अन्य खेल के दौरान सुरक्षात्मक आईवियर पहना जरूरी है। चश्मा और अन्य सुरक्षात्मक आईवियर पहनकर इसकी रोकथाम संभव है।

आंखों की जांच का समय निर्धारित करें

नियमित आंखों की जांच मोतियाबिंद के निदान में मदद कर सकती है, जिससे आपको समय पर उपचार और बेहतर नतीजे मिल सकते हैं। जांच के दौरान नेत्र रोग विशेषज्ञ दृष्टि समस्याओं या अन्य संकेतों का पता लगाने के लिए आपकी आंखों की जांच करते हैं, जो किसी गंभीर स्थिति का संकेत दे सकते हैं। अगर आपके कोई लक्षण नहीं हैं, तो भी आपकी आंखों का स्वास्थ्य गिर सकता है। ऐसे में 40 साल की उम्र के बाद वार्षिक दौरा जरूरी है, क्योंकि आईरिस धुंधली हो जाती है। इस स्थिति में यह रोशनी के रेटिना तक पहुंचने का तरीका बदल देती है। यह बदलाव एक नियमित जांच में देखा जा सकता है और किसी भी तरह आपकी दृष्टि को प्रभावित करने से पहले इसका बेहतर ढंग से प्रबंधन संभव है।

मोतियाबिंद से बचाव के अन्य सुझाव – Other Tips For Cataract Prevention In Hindi

आप निम्नलिखित तरीकों से मोतियाबिंद की रोकथाम कर सकते हैं:

धूप का चश्मा और टोपी पहनें

बाहर जाते समय धूप का चश्मा और चौड़ी टोपी पहनना सुनिश्चित करें। यह आपको सूरज की हानिकारक यूवी किरणों से ज्यादा सुरक्षा प्रदान करता है और मोतियाबिंद की रोकथाम में आपकी मदद कर सकता है। धूप का चश्मा आपकी आंखों को पराबैंगनी (यूवी) प्रकाश के संपर्क में आने से बचाता है, जो आंखों के लेंस को नुकसान पहुंचाता है और मोतियाबिंद का कारण बन सकता है। इसके लिए ऐसा धूप का चश्मा चुनना जरूरी है, जो 100 प्रतिशत यूवी सुरक्षा प्रदान करता है। सुनिश्चित करें कि उन्हें खरीदने से पहले उन्हें लेबल किया गया हो। अगर आप किसी प्रकार का खतरनाक काम करते हैं, जो आपकी आंखों को जोखिम में डालता है, तो सुरक्षा चश्मा या टोपी जैसे जरूरी सुरक्षात्मक तरीकों का उपयोग करना सुनिश्चित करें।

आमतौर पर प्रत्येक व्यक्ति के लिए अपनी आंखों को हानिकारक यूवी विकिरण से बचाना जरूरी है, क्योंकि यूवी रेडिएशन के बढ़ते जोखिम को मोतियाबिंद और उम्र से संबंधित मैकुलर डिजेनेरेशन (एएमडी) के बढ़ते जोखिम से जोड़ा गया है।

स्वस्थ आहार खाएं

आंखों को स्वस्थ रखने के लिए स्वस्थ आहार का सेवन करें, जिसमें फल, सब्जियां और साबुत अनाज शामिल हैं। यह आपके शरीर को जरूरी विटामिन और खनिज प्रदान कर सकते हैं, जिससे आपकी आंखों को स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा ब्लूबेरी, गाजर, और पालक जैसे एंटीऑक्सिडेंट में उच्च खाद्य पदार्थों को शामिल करना सुनिश्चित करें। फल, सब्जियों, वसायुक्त मछली और साबुत अनाज जैसे स्वस्थ खाद्य पदार्थों का सेवन करने से मोतियाबिंद का खतरा कम हो सकता है। एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन, खनिज, और अन्य फाइटोकेमिकल्स जैसे विटामिन ए, सी, और ई और ल्यूटिन, ज़ेक्सैन्थिन और ओमेगा-3 फैटी एसिड भी कई स्वस्थ खाद्य पदार्थों में मौजूद होते हैं। इस प्रकार यह स्वस्थ आहार आपकी आंखों को स्वस्थ बनाए रखना में फायदेमंद हो सकता है।

विटामिन ए

संतरे और गाजर जैसे विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें, क्योंकि इससे आप मोतियाबिंद की रोकथाम कर सकते हैं।

एंटीऑक्सीडेंट

नट्स और बेरी जैसे एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने से भी मोतियाबिंद की रोकथाम करने में मदद मिल सकती है।

विटामिन ई

आहार में विटामिन ई की भरपूर मात्रा का सेवन मोतियाबिंद के कम जोखिम से जुड़ा हुआ है। विटामिन ई से भरपूर खाद्य पदार्थों में बादाम, पालक, सूरजमुखी के बीज, पीनट बटर और एवोकाडो शामिल हैं।

विटामिन सी

संतरे, ब्रोकोली, केल और कीवी जैसे खाद्य पदार्थों से विटामिन सी का सेवन बढ़ाने से मोतियाबिंद बनने से बचाने में मदद मिल सकती है।

ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन

हाल के अध्ययनों ने सुझाव दिया है कि कई फलों और सब्जियों में पाए जाने वाले ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन जैसे दो एंटीऑक्सिडेंट मोतियाबिंद का जोखिम कम करने में फायदेमंद हो सकते हैं। जबकि, केल, पालक, मक्का, स्क्वैश, संतरे, हरी बीन्स, और अंडे की जर्दी जैसे खाद्य पदार्थों के सेवन से आपकी आंखों को स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है।

निष्कर्ष – Conclusion In Hindi

इस प्रकार जरूरी सुझावों से आपको मोतियाबिंद की रोकथाम या स्थिति की गंभीरता को कम करने में मदद मिल सकती है। इसी तरह एंटीऑक्सिडेंट युक्त खाद्य पदार्थों से भरपूर संतुलित आहार का सेवन, सुरक्षात्मक आईवियर पहनना और धूम्रपान से बचना आंखों को मोतियाबिंद के विकास से बचाने के लिए जरूरी कदम हैं। अगर आपको मोतियाबिंद या कोई अन्य दृष्टि समस्या है, तो ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें। इन सुझावों का पालन करने से आपको आने वाले कई सालों तक स्वस्थ आंखें और दृष्टि बनाए रखने में मदद मिल सकती है।

मोतियाबिंद सर्जरी एक सुरक्षित और दर्द रहित प्रक्रिया है। मंत्राकेयर में हमारे पास अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञों की एक टीम है, जो मोतियाबिंद सर्जरी से संबंधित आपके किसी भी सवाल का जवाब देने में सक्षम हैं। इससे संबंधित ज्यादा जानने के लिए हमें +91-9711116605 पर कॉल करें।