पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद: लक्षण, कारण और उपचार – Posterior Subcapsular Cataract: Symptoms, Causes And Treatment In Hindi

What Is Posterior Subcapsular Cataract? Things You Need To Know

पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद क्या है – What Is Posterior Subcapsular Cataract In Hindi

What Is Posterior Subcapsular Cataract?पीएससी या पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद लेंस का धुंधलापन है, जो आंख के कैप्सूल में पीछे की तरफ होता है। आमतौर पर यह स्थिति आंख में लेंस के पीछे धीरे-धीरे विकसित होती है, जिसके कारण दृष्टि में कमी आती है। पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद 40 साल से ज्यादा उम्र के व्यक्तियों में ज्यादा आम है।

पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद अक्सर यूवी एक्सपोजर, डायबिटीज, स्टेरॉयड के उपयोग या अन्य चिकित्सीय स्थितियों के लिए दीर्घकालिक जोखिम का नतीजा होता है। साथ ही बहुत से लोग इस प्रकार के मोतियाबिंद को खतरनाक मानते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। इस मोतियाबिंद का इलाज आईड्रॉप, दवा, लेजर उपचार और सर्जरी से किया जा सकता है। एक अनुमान के अनुसार, मोतियाबिंद वाले लगभग 10 प्रतिशत लोगों में पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद है। हालांकि, शुरुआती निदान और उपचार से स्थिति की प्रोग्रेस को धीमा करने और दृष्टि सुधार में मदद मिल सकती है।

अगर आप पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद के किसी भी लक्षण का अनुभव कर रहे हैं, तो तुरंत निदान और उपचार प्राप्त करना जरूरी है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि यह मोतियाबिंद दृष्टि संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है। इन्हीं कारणों से आपको पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद के लक्षण और उपचार विकल्प जानने की सलाह दी जाती है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद के लक्षण, कारण और उपचार सहित सभी जरूरी विषयों पर चर्चा करेंगे।

पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद के लक्षण – Symptoms Of Posterior Subcapsular Cataract In Hindi

इस प्रकार के मोतियाबिंद से जुड़ा सबसे आम लक्षण धुंधली दृष्टि है। जबकि, अन्य लक्षणों और संकेतों में निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:

  • दोहरी दृष्टि: यह पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद का सबसे आम लक्षण है, जो वस्तुओं पर फोकस करने की आपकी क्षमता में रुकावट पैदा कर सकता है।
  • प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता: पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद वाले व्यक्तियों के लिए रोशनी बहुत तेज या दर्दनाक लग सकती है।
  • रोशनी के चारों तरफ चमकते घेरे: यह रोशनी के चारों तरफ चमकते घेरे या गोला आकार का रंगीन हिस्सा है, जो चमकदार रोशनी के आसपास दिखाई दे सकता है। यह तब होता है, जब रोशनी की किरणें आंखों में बिखर जाती हैं।
  • रंगों का फीका या पीला दिखना: इसके कारण आपको रंग पहले की तुलना में फीके या पीले दिख दे सकते हैं।

यह पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद से जुड़े सामान्य और संभावित लक्षण हैं। यह ध्यान रखना जरूरी है कि हर कोई अलग है और स्थिति के विभिन्न संकेतों या तीव्रता का अनुभव कर सकता है। यदि आपको संदेह है कि आपके पास इनमें से कोई भी लक्षण है, तो सटीक निदान और उचित उपचार योजना के लिए नेत्र देखभाल पेशेवर की सलाह लेना सबसे अच्छा है। कई बार अनुपचारित छोड़ दिए जाने पर इससे ज्यादा गंभीर दृष्टि समस्याएं और अंधापन भी हो सकता है। आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद का इलाज संभव नहीं है। हालांकि, उचित उपचार और जीवनशैली में बदलाव से इसे प्रबंधित किया जा सकता है।

पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद के कारण – Causes Of Posterior Subcapsular Cataract In Hindi

What Are Some Causes And Risk Factors?पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद से जुड़े कुछ कारण और जोखिम कारक हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • उम्र: यह मोतियाबिंद उम्र से संबंधित सबसे आम आंखों की बीमारी में से एक है, जो 65 साल से ज्यादा उम्र के लगभग आधे लोगों को प्रभावित करता है।
  • यूवी प्रकाश से संपर्क: लंबे समय तक पराबैंगनी प्रकाश के संपर्क में रहने से लेंस को नुकसान हो सकता है और पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद विकसित होने का खतरा बढ़ता है।
  • चिकित्सा स्थितियां: डायबिटीज या ऑटोम्यून बीमारी जैसी कुछ चिकित्सीय स्थितियां पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद विकसित करने की संभावनाओं को बढ़ा सकती हैं।
  • कुछ दवाएं: स्टेरॉयड या ड्यूरेटिक जैसी कुछ दवाओं को पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद के विकास का जोखिम बढ़ाने के लिए दिखाया गया है।
  • आनुवंशिकी: कभी-कभी पोस्टीरियर सबसैप्सुलर मोतियाबिंद विरासत में मिली आनुवंशिक स्थितियों के कारण होता है।
  • पिछली आंख की सर्जरी: पिछली आंखों की सर्जरी भी लेंस को नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद विकसित होने का जोखिम बढ़ सकता है।

यह इस मोतियाबिंद से जुड़े सबसे सामान्य कारण और जोखिम कारक हैं। अगर आप इस स्थिति से संबंधित किसी भी लक्षण का अनुभव करते हैं, तो अपने नेत्र रोग विशेषज्ञ से बात करना जरूरी है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि शुरुआती निदान और उपचार से दृष्टि सुधार में मदद मिल सकती है। इसके अलावा कुछ अन्य जोखिम कारक भी पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद के जोखिम को बढ़ा सकते हैं, जैसे:

  • धूम्रपान
  • आंखों की बीमारियों का पारिवारिक इतिहास

अगर आप इनमें से कोई भी लक्षण अमुभव कर रहे हैं, तो अपने डॉक्टर को सूचित करें। नेत्र रोग विशेषज्ञ आपके निदान और उपचार योजना बनाने के लिए बेहतर ढंग से सक्षम हैं।

पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद का निदान – Diagnosis Of Posterior Subcapsular Cataract In Hindi

इस मोतियाबिंद का निदान आमतौर पर व्यापक आंखों की जांच से किया जाता है, जिसमें विजुअल एक्विटी और रिफ्रेक्टिव टेस्ट शामिल होते हैं। आपके डॉक्टर आपकी आंखों की ज्यादा बारीकी से जांच करने के लिए स्लिट-लैंप बायोमाइक्रोस्कोपी का भी उपयोग कर सकते हैं। इस जांच के साथ आपके डॉक्टर पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद के संकेतों की जांच करने के लिए लेंस और अन्य संरचनाओं के पीछे देखते हैं।

इसके अलावा आपके डॉक्टर स्थिति को ज्यादा विस्तृत रूप से देखने के लिए इमेजिंग टेस्ट जैसे अल्ट्रासाउंड या ऑप्टिकल कोहेरेंस टोमोग्राफी (ओसीटी) का उपयोग कर सकते हैं। इस प्रकार वह पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद के निदान और पुष्टि के बाद ही आपके लिए किसी भी उपचार की सिफारिश करते हैं।

पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद का विकास – Development Of Posterior Subcapsular Cataract In Hindi

सबसैप्सुलर मोतियाबिंद किसी भी उम्र में विकसित हो सकता है, लेकिन आमतौर पर यह 40 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में ज्यादातर होता है। कुछ मामलों में यह तेजी से विकसित होता है, जिसके लिए जल्द निदान और उपचार की जरूरत होती है। यह कितनी तेजी से विकसित होता है, इसके पीछे का सिद्धांत अभी भी बहस का विषय है। हालांकि, कुछ रिसर्च बताती हैं कि यह यूवी किरणों के लंबे समय तक संपर्क के साथ-साथ कुछ दवाओं या चोट के कारण भी हो सकता है।

आमतौर पर पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद एक धीमी गति से बढ़ने वाली स्थिति होती है। ऐसा माना जाता है कि यह अलग-अलग जोखिम कारकों के कारण समय के साथ विकसित होती है। इसलिए, अगर आपको सबकैप्सुलर मोतियाबिंद विकसित होने का ज्यादा खतरा है, तो तुरंत अपने नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना जरूरी है। इस प्रकार नियमित आंखों की जांच और निवारक उपाय इसके होने की संभावना को कम करने में फायदेमंद हो सकते हैं।

पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद का उपचार – Treatment Of Posterior Subcapsular Cataracts In Hindi

अगर आपको पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद का निदान किया गया है, तो अनुशंसित उपचार सर्जरी प्रक्रिया है। इसे फेकोइमल्सीफिकेशन भी कहते हैं। इस प्रक्रिया के दौरान नेत्र रोग विशेषज्ञ लेंस को आंख के अंदर से तोड़ने और निकालने के लिए अल्ट्रासोनिक उपकरण का उपयोग करते हैं। यह एक नए आर्टिफिशियल इंट्राओकुलर लेंस यानी आईओएल को आंख के अंदर डालने में मदद करता है। इस प्रक्रिया का लक्ष्य दृष्टि सुधार करना है और लेजर सर्जरी या विट्रोक्टोमी जैसे अन्य उपचारों के संयोजन में इसका उपयोग किया जा सकता है।

आमतौर पर आपके मोतियाबिंद की गंभीरता के आधार पर आपको कोई भी गंभीर कारण दूर करने के लिए अन्य उपचार की जरूरत हो सकती है, जो उनके विकास में योगदान दे सकते हैं। इसके अलावा कुछ मामलों में नेत्र रोग विशेषज्ञ सूजन या मोतियाबिंद की प्रोग्रेस रोकने में मदद के लिए आपको कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स या एंटी-इंफ्लैमेटरी दवाएं देते हैं। साथ ही वह आपके साथ आपके व्यक्तिगत मामले के लिए सबसे अच्छे उपचार के बारे में चर्चा करते हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि आप उनके निर्देशों का पालन करें और प्रक्रिया के बारे में अपने सवाल पूछें।

आखिर में, सर्जरी के बाद नियमित रूप से अपने डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपकी आंखें ठीक से ठीक हो रही हैं और किसी भी जटिलता को रोकने के लिए सभी प्रभावी उपाय किए गए हैं। आपको अपनी दृष्टि को किसी भी नुकसान से बचाने के लिए जरूरी सभी कदम उठाने चाहिए। अगर आप या आपके परिचित को इस प्रकार का मोतियाबिंद है, तो तुरंत किसी अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञ से सलाह लें। इस तरह सही उपचार के साथ आप बेहतर दृष्टि का आनंद ले सकते हैं। साथ ही आपको किसी भी गंभीर जटिलता का जोखिम कम करने में भी मदद मिलती है।

पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद की रोकथाम – Prevention Of Posterior Subcapsular Cataracts In Hindi

Can It be Prevented?मोतियाबिंद के इस प्रकार को रोका नहीं जा सकता है, लेकिन जोखिम में कमी और स्थिति की प्रोग्रेस को रोकने के लिए आप कुछ चीजें कर सकते हैं। ऐसे ही कुछ सुझावों में शामिल हैं:

  • बाहर जाते समय धूप का चश्मा पहनें।
  • धूम्रपान और सेकेंड हैंड धूम्रपान से बचें।
  • आंखों की नियमित जांच कराएं।
  • संतुलित आहार खाने से यह सुनिश्चित होता है, कि आपकी आंखों को ज़रूरत के अनुसार पोषक तत्व मिल रहे हैं
  • सीधे धूप में होने पर टोपी और छतरी का उपयोग करें। इससे यूवी प्रकाश के संपर्क को सीमित करने में मदद मिलती है।
  • अगर आप सूखी आंखों से पीड़ित हैं, तो आंखों के लिए लुब्रिकेंट्स का प्रयोग करें।

यह सुझाव मोतियाबिंद के जोखिम में कमी और इसकी प्रगति को धीमा करने में फायदेमंद हो सकते हैं। साथ ही उचित निदान और उपचार योजना प्राप्त करने के लिए नेत्र रोग विशेषज्ञ से बात करना सबसे अच्छा है। इसलिए, यह जरूरी है कि आप अपनी दृष्टि में किसी भी बदलाव के बारे में जागरूक रहें और जरूरत पड़ने पर चिकित्सा सहायता लें।

निष्कर्ष – Conclusion In Hindi

जब दृष्टि के स्वास्थ्य की बात आती है, तो पोस्टीरियर सबकैप्सुलरर मोतियाबिंद एक गंभीर मुद्दा हो सकता है। अगर आपको पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद है, तो आपको स्थिति के निदान और सबसे अच्छा उपचार विकल्प जानने के लिए किसी अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए। इन उपचार विकल्पों में सर्जरी या एक खास प्रकार का लेंस इम्प्लांट करना शामिल हो सकता है। साथ ही दृष्टि में किसी भी बदलाव के लिए नियमित जांच करवाना जरूरी है, ताकि शुरुआती पहचान आपकी दृष्टि को सुरक्षित रखने में मदद कर सके। इस प्रकार सही देखभाल के साथ आप मोतियाबिंद के लक्षणों को कम सकते हैं। साथ ही इससे आपको पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद के प्रभाव को कम करने में भी मदद मिलती है। अगर आपके पास इस स्थिति के बारे में कोई सवाल या परेशानी है, तो ज्यादा जानकारी के लिए अपने नेत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श सुनिश्चित करें।

मोतियाबिंद सर्जरी एक सुरक्षित और दर्द रहित प्रक्रिया है। मंत्राकेयर में हमारे पास अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञों की एक टीम है, जो मोतियाबिंद सर्जरी से संबंधित आपके किसी भी सवाल का जवाब देने में सक्षम हैं। इससे संबंधित ज्यादा जानने के लिए हमें +91-9711116605 पर कॉल करें।