Contents
- 1 स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद क्या है – What Is Sclerotic Cataract In Hindi
- 2 स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद के लक्षण – Symptoms Of Sclerotic Cataract In Hindi
- 3 स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद के कारण – Causes Of Sclerotic Cataracts In Hindi
- 4 स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद का निदान – Diagnosis Of Sclerotic Cataract In Hindi
- 5 स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद का उपचार – Treatment Of Sclerotic Cataract In Hindi
- 6 क्या स्क्लेरोसिस अंधापन का कारण बनता है – Does Sclerosis Cause Blindness In Hindi
- 7 निष्कर्ष – Conclusion In Hindi
स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद क्या है – What Is Sclerotic Cataract In Hindi
स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद को पोस्टीरियर सबकैप्सुलर मोतियाबिंद भी कहा जाता है। इस प्रकार का मोतियाबिंद लेंस कैप्सूल के पीछे विकसित होता है और उम्र बढ़ने या यूवी प्रकाश के लंबे समय तक संपर्क में रहने के कारण होता है।
यह मोतियाबिंद के सबसे आम प्रकारों में से एक है, जो लेंस के ऊतकों के सख्त और पीले होने से शुरू होता है, जिससे धुंधली दृष्टि होती है। इस मोतियाबिंद वाले कई लोगों की दृष्टि धीरे-धीरे धुंधली हो सकती है। साथ ही रोशनी के आसपास चकाचौंध और चमकते घेरे अनुभव होना भी सामान्य है।
स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद एक अन्य प्रकार का मोतियाबिंद है, जो आंख में लेंस सख्त होने के कारण होता है। इससे रोशनी का लेंस से होकर गुजरना मुश्किल हो जाता है, जिसके कारण आपकी दृष्टि में कमी आ सकती है। अगर आप या आपके किसी परिचित को स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद है, तो जल्द से जल्द ऑप्टोमेट्रिस्ट या नेत्र रोग विशेषज्ञ से आंखों की जांच करवाना जरूरी है। इस ब्लॉग पोस्ट में स्केलेरोटिक मोतियाबिंद के लक्षण, कारण निदान और उपचार सहित सभी जरूरी विषयों पर चर्चा करेंगे, जिससे आप आंखों की किसी भी गंभीर जटिलता से बच सकते हैं।
स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद के लक्षण – Symptoms Of Sclerotic Cataract In Hindi
आमतौर पर स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद के कई लक्षण और संकेत हैं, जो इसे अन्य प्रकार के मोतियाबिंद से अलग करते हैं। इनमें शामिल हैं:
- तेज रोशनी में दृष्टि कम होना: यह स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद का सबसे आम लक्षण है। तेज रोशनी में देखना मुश्किल हो सकता है, जैसे कि धूप के दिन बाहर या रात में गाड़ी चलाते समय।
- रोशनी के चारों तरफ चमकते घेरे: यह तब होता है, जब आप हेडलाइट्स और अन्य चमकदार रोशनी के चारों तरफ चमकते घेरे या चमक देखते हैं। यह आपकी दृष्टि को धुंधला कर सकते हैं, जिससे आपके लिए काम पर फोकस करना ज्यादा कठिन हो जाता है।
- चकाचौंध के प्रति संवेदनशीलता: इससे आपके लिए रात में गाड़ी चलाना या खिड़कियों से बाहर देखना मुश्किल हो सकता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि चमकती हेडलाइट्स और अन्य रोशनी बहुत परेशानी का कारण बनती हैं।
- निकट दृष्टिदोष में बढ़ोतरी: स्केलेरोटिक मोतियाबिंद के साथ निकट दृष्टिदोष में धीरे-धीरे बढ़ोतरी का अनुभव होना आम है।
- लेंस का धुंधला होना: कुछ स्केलेरोटिक मोतियाबिंद लेंस के धुंधलेपन का कारण बनते हैं। इससे आपकी दृष्टि में धुंधलापन और खराबी हो सकती है। यह आपके लिए सभी दूरियों पर साफ देखना मुश्किल बनाता है।
यह लक्षण स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद को अन्य प्रकार के मोतियाबिंदों से अलग करने में मदद कर सकते हैं। ऐसे में अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के साथ दृष्टि में किसी भी बदलाव पर चर्चा करना और उपचार शुरू होने से पहले उचित निदान प्राप्त करना जरूरी है। इससे यह सुनिश्चित करने में मदद मिलती है कि आपको सबसे अच्छी संभव देखभाल मिल रही है।
स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद के कारण – Causes Of Sclerotic Cataracts In Hindi
स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद के कई संभावित कारण हैं, लेकिन सबसे आम आनुवंशिक उत्परिवर्तन है। ऐसे ही अन्य संभावित कारणों में शामिल हैं:
- पराबैंगनी प्रकाश से संपर्क
- रेडिएशन थेरेपी
- कुछ दवाएं
- डायबिटीज या ग्लूकोमा जैसी बीमारी
यह स्थिति मनुष्यों में ज्यादा सामान्य है, लेकिन बिल्लियों और कुत्तों जैसे जानवरों के लिए भी स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद विकसित करना संभव है। इसके पीछे का कारण बस उम्र बढ़ने की प्रक्रिया है। कई बार स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद बढ़ती उम्र का संकेत होता है। इसमें उम्र बढ़ने की प्रक्रिया के कारण आंख का लेंस मोटा हो जाता है। इससे रोशनी बिखर जाती है और आपको धुंधली दृष्टि की समस्या होती है।
स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद का निदान – Diagnosis Of Sclerotic Cataract In Hindi
स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद के निदान में आमतौर पर आंख की जांच शामिल होती है। इसमें आपके नेत्र रोग विशेषज्ञ स्लिट लैंप के साथ आपकी आंख के लेंस में देखते हैं। साथ ही बहुत बारीकी से मूल्यांकन करने के लिए लेंस की एक तस्वीर लेते हैं। इससे वह आपकी दृष्टि को माप सकते हैं और आईरिस, पुतली के बीच के कोण की जांच कर सकते हैं।
अगर एक स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद का संदेह है, तो आपके डॉक्टर मोतियाबिंद का पता लगाने और उसे इंगित करने के लिए खास परीक्षणों का आदेश दे सकते हैं। ऐसी ही कुछ अन्य जांच में शामिल हैं:
- रिफ्रेक्शन टेस्ट
- ओकुलर कोहरेंस टोमोग्राफी (ओसीटी)
- अल्ट्रासाउंड
डॉक्टर एक सटीक निदान की मदद से आपके लिए सबसे अच्छे उपचार विकल्प का निर्धारण कर सकते हैं। साथ ही आपके लिए कौन सा सही है, यह तय करने से पहले आपको हमेशा किसी भी उपचार के जोखिमों और फायदों को समझना चाहिए।
स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद का उपचार – Treatment Of Sclerotic Cataract In Hindi
स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद के लिए सबसे आम उपचार विकल्प सर्जरी है। इसमें प्रभावित लेंस को हटाना और उसकी जगह एक नया आर्टिफिशियल इंट्राओकुलर लेंस यानी आईओएल लगाना शामिल है। कुछ मामलों में नतीजे बेहतर बनाने के लिए आपके डॉक्टर को किसी भी स्कार टिशू को हटाने की जरूरत हो सकती है।
ज्यादातर मामलों में स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद का इलाज एक ही प्रक्रिया से किया जाता है। साथ ही इसके लिए अन्य उपचार या दवाएं जरूरी नहीं होती है। सर्जरी के बाद आपको अपनी दृष्टि में सुधार करने के लिए सुधारात्मक लेंस पहनने की जरूरत हो सकती है। डॉक्टर स्थिति में सुधार के लिए आपको धूम्रपान छोड़ने, स्वस्थ भोजन खाने और नियमित व्यायाम जैसे जीवनशैली में बदलाव की भी सिफारिश कर सकते हैं।
आपके लिए सर्जरी से पहले और बाद में अपने डॉक्टर के निर्देशों का सावधानी के साथ पालन करना जरूरी है। इससे आपको सबसे अच्छे नतीजे प्राप्त करने में मदद मिलती है। कुछ मामलों में मोतियाबिंद से जुड़ी सूजन और दर्द जैसी समस्या हो सकती है। इसे कम करने के लिए डॉक्टर कॉर्टिकोस्टेरॉइड या एनएसएआईडी यानी नॉन-स्टेरॉयडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाओं की सिफारिश करते हैं। यह दवाएं मोतियाबिंद की प्रोग्रेस को धीमा करने या कुछ मामलों में इसे रिवर्स भी कर सकती हैं।
कुल मिलाकर स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद एक इलाज करने वाली स्थिति है। इसे सही उपचार योजना और जीवनशैली में बदलाव के साथ प्रभावी ढंग से प्रबंधित किया जा सकता है। डॉक्टर आपके साथ एक ऐसी योजना विकसित करने के लिए काम करते हैं, जो आपके और आपकी व्यक्तिगत जरूरतों के लिए सबसे अच्छा काम कर सके। इस प्रकार उचित देखभाल से स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद के लक्षणों को कम और आपकी दृष्टि में सुधार करना संभव है।
क्या स्क्लेरोसिस अंधापन का कारण बनता है – Does Sclerosis Cause Blindness In Hindi
स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद को अक्सर अंधेपन का प्रमुख कारण माना जाता है, लेकिन यह जरूरी नहीं है। स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद आपकी आंख के लेंस के मोटे और सख्त होने के कारण होता है, जिससे दृष्टि हानि या अंधापन भी हानि हो सकता है। हालांकि, स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद से पीड़ित सभी लोगों में अंधापन होना संभव नहीं है।
असल में इस स्थिति वाले ज्यादातर लोग अभी भी दैनिक कार्यों और गतिविधियों को करने के लिए साफ देख सकते हैं। ऐसा इसलिए है, क्योंकि यह स्थिति अक्सर बहुत धीमी गति से आगे बढ़ती है। साथ ही आपकी आंखों को बदलावों के अनुकूल होने और इसी के अनुसार एडजस्ट करने के लिए पूरा समय देती है।
ऐसे में अगर आप या आपके कोई परिजन स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद से पीड़ित हैं, तो आप अभी भी साफ देखने और सामान्य जीवन जीने में सक्षम हो सकते हैं। साथ ही गंभीर मामलों में मोतियाबिंद को सर्जरी से हटाने के लिए किसी अनुभवी और योग्य डॉक्टर की तलाश करना जरूरी है।
निष्कर्ष – Conclusion In Hindi
कुल मिलाकर स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद एक अन्य प्रकार का मोतियाबिंद है। इस प्रकार का मोतियाबिंद बहुत दुर्लभ है और गंभीर दृष्टि हानि का कारण बन सकता है। स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद के लक्षण दिखने पर आपके लिए नेत्र रोग विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि समय पर निदान और उपचार से दृष्टि को सुरक्षित किया जा सकता है। इस स्थिति की गंभीरता के आधार पर उपचार विकल्पों में इंट्राओकुलर लेंस सर्जरी, लेजर प्रक्रिया या अन्य प्रकार की सर्जरी शामिल हैं।
ऐसे किसी भी मामले में स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद के इलाज के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करना सुनिश्चित करें। इसके अलावा स्थिति की प्रोग्रेस की निगरानी के लिए अपने नेत्र रोग विशेषज्ञ के पास नियमित रूप से जाना जरूरी है। ऐसे में पर्याप्त देखभाल के साथ स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद से पीड़ित लोग अपनी दृष्टि बनाए रखने और जीवन की बेहतर गुणवत्ता का आनंद लेने में सक्षम हो सकते हैं।
मोतियाबिंद सर्जरी एक सुरक्षित और दर्द रहित प्रक्रिया है। मंत्राकेयर में हमारे पास अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञों की एक टीम है, जो मोतियाबिंद सर्जरी से संबंधित आपके किसी भी सवाल का जवाब देने में सक्षम हैं। इससे संबंधित ज्यादा जानने के लिए हमें +91-9711116605 पर कॉल करें।