पीआरके उपचार: प्रक्रिया, फायदे और उपचार – PRK Treatment: Procedure, Benefits And Treatment In Hindi

PRK Treatment | Benefits of PRK Treatment

पीआरके उपचार क्या है – What Is PRK Eye Treatment In Hindi

What Is PRK Eye Treatment?पीआरके उपचार लेजर सर्जरी का अन्य प्रकार है, जो निकट दृष्टिदोष, दूरदर्शिता और दृष्टिवैषम्य जैसी अपवर्तक त्रुटियों में सुधार करती है। इस प्रक्रिया में कॉर्निया को दोबारा आकार देने के लिए एक्साइमर लेजर का उपयोग शामिल है, ताकि रोशनी आंख के पीछे रेटिना पर ठीक से फोकस करे। पीआरके यानी फोटोरिफ्रेक्टिव केराटेक्टॉमी को एडवांस सरफेस एब्लेशन (एएसए) भी कहा जाता है।

इस प्रकार की लेजर सर्जरी उपलब्ध सबसे भरोसेमंद सर्जिकल प्रक्रिया है। पीआरके एफडीए द्वारा अप्रूव आंखों की लेजर सर्जरी का पहला प्रकार है, जिसे दुनिया भर में लाखों मरीजों के लिए उपयोग किया गया है। यह सर्जरी कई फायदे प्रदान करती है, जो लेसिक जैसी अन्य लेजर दृष्टि सुधार प्रक्रियाओं से बेहतर हैं। कई मरीज पीआरके को लेसिक से बेहतर विकल्प मानते हैं, क्योंकि इसमें कॉर्निया में फ्लैप बनाना शामिल नहीं है।

प्रक्रिया में सर्जन कॉर्निया की सरफेस एपिथेलियम कोशिकाओं को धीरे से हटाया और बैंडेज कॉन्टैक्ट लेंस पट्टी के साथ बदला जाता है। इसका मतलब है कि पारंपरिक लेसिक सर्जरी के मुकाबले सर्जरी के दौरान फ्लैप में झुर्रियों या अव्यवस्था जैसी जटिलताओं का कोई खतरा नहीं है। अगर आप पीआरके उपचार पर विचार कर रहे हैं, तो आपको किसी अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए। यह लेजर सर्जरी का सबसे लोकप्रिय प्रकार है, जिससे लाखों लोगों को चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस के बिना साफ दृष्टि मिली है। इस ब्लॉग पोस्ट मे हम पीआरके की प्रक्रिया, फायदे और उपचार सहित सभी जरूरी विषयों पर चर्चा करेंगे। साथ ही हम पीआरके सर्जरी से संबंधित आपके सवालों के जवाब भी देंगे।

पीआरके उपचार क्या करता है – What Does PRK Eye Treatment Treat In Hindi

पीआरके उपचार एक प्रभावी तरीका है, जिसका उपयोग आंखों की कई अलग-अलग दृष्टि समस्याओं के उपचार में किया जाता है। दृष्टि संबंधी ऐसी ही कुछ समस्याएं निम्नलिखित हैं:

निकट दृष्टिदोष

पीआरके उपचार का मुख्य फायदा है कि इससे मायोपिया यानी निकट दृष्टिदोष के इलाज में मदद मिल सकती है। इस स्थिति में आपको दूर की छवियां धुंधली और पास की छवियां साफ दिखाई देती हैं। पीआरके बेहतर दृष्टि के लिए आपके रेटिना पर रोशनी को सही ढंग से फोकस करती है और कॉर्निया को दोबारा आकार देती है। अगर कोई व्यक्ति मायोपिया से पीडित है, तो उसमें ग्लूकोमा और रेटिनल डिटैचमेंट जैसी अन्य समस्याएं विकसित करने की ज्यादा संभावना होती है।

दूरदर्शिता

पीआरके से दूरदर्शिता का उपचार भी किया जा सकता है, जिसे हाइपरोपिया भी कहते हैं। इस स्थिति में पास की वस्तुएं धुंधली दिखाई देती हैं, जबकि दूर की छवियां साफ होती हैं। पीआरके साफ दृष्टि के लिए रेटिना पर रोशनी को सही ढंग से फोकस करती है। इसकी मदद से सर्जन आपके कॉर्निया को नया आकार देते हैं। कुछ मामलों में दूरदर्शिता यानी हाइपरोपिया को रेटिनल डिटैचमेंट जैसी अन्य समस्याओं का प्रमुख कारण माना जाता है।

दृष्टिवैषम्य

दृष्टिवैषम्य का इलाज करने के लिए भी पीआरके उपचार बहुत प्रभावी है। इस स्थिति में कॉर्निया अनियमित रूप से घुमावदार हो जाता है और ऐसे में आपको किसी भी दूरी पर धुंधली दृष्टि की समस्या होती है। पीआरके से आपके कॉर्निया को दोबारा आकार देने में मदद मिलती है। साथ ही आपकी दृष्टि में सुधार करते हुए इसे ज्यादा नियमित आकार प्राप्त होता है।

प्रेसबायोपिया

पीआरके से प्रेसबायोपिया के इलाज में भी मदद मिल सकती है। ऐसा तब होता है, जब आपको नजदीकी वस्तुओं पर फोकस करने में कठिनाई होती है। इसे अक्सर उम्र के साथ संबंधित माना जाता है, क्योंकि उम्र बढ़ने की प्रक्रिया के कारण आपकी आंखों का लेंस कम लचीला और कमजोर हो जाता है। हालांकि, पीआरके सर्जरी आपके कॉर्निया का घुमाव बदलकर काम करती है। इससे आपको पास की वस्तुओं पर बेहतर तरीके से फोकस करने में मदद मिलती है।

लेसिक बनाम पीआरके उपचार – LASIK v/s PRK Treatment In Hindi

LASIK v/s PRK Eye Treatmentआमतौर पर दृष्टि से संबंधित समस्या के लिए कोई भी उपचार विकल्प चुनने से पहले लेसिक और पीआरके उपचार के बीच अंतर करना जरूरी है। दोनों प्रकार के उपचारों में दृष्टि सुधार के लिए कॉर्निया को फिर से आकार दिया जाता है। इनमें लेसिक सर्जरी आपके कॉर्निया की बाहरी परत में चीरा लगाने के लिए लेजर का उपयोग करती है। जबकि, पीआरके में एक खास उपकरण के साथ कॉर्नियल ऊतक की छोटी मात्रा हटाकर काम करना शामिल है।

पीआरके और लेसिक के बीच मुख्य अंतर यह है कि पीआरके में कोई चीरा लगाना शामिल नहीं है। इसलिए, लंबी अवधि में इंफेक्शन या जख्म का जोखिम कम होता है। साथ ही कुछ लोग अपने कॉर्निया के पतलेपन या अन्य कारकों के कारण लेसिक के लिए योग्य नहीं माने जाते हैं। ऐसे में पीआरके उन लोगों के लिए सबेस अच्छा विकल्प हो सकती है, जो किसी अन्य सर्जिकल प्रक्रिया के लिए सही उम्मीदवार नहीं हैं।

पीआरके उपचार की प्रक्रिया – Procedure Of PRK Treatment In Hindi

इस प्रक्रिया को सर्जन लोकल एनेस्थीसिया के तहत आउट पेशेंट सेटिंग में करते हैं। प्रक्रिया में कॉर्निया की बाहरी परतें सावधानी से हटाने के लिए माइक्रोकेराटोम जैसे खास उपकरण का उपयोग शामिल है। इससे ऊतक की गहरी परतों तक पहुंचने में मदद मिलती है। फिर, कॉर्निया को नया आकार देने और अपवर्तक त्रुटि में सुधार के लिए सर्जन लेजर का उपयोग करते हैं। आमतौर पर प्रति आंख 10 से 20 मिनट लेने वाली यह उपचार प्रक्रिया चार चरणों में की जाती है, जैसेः

  1. प्री-ऑपरेटिव परीक्षा- सर्जरी से पहले डॉक्टर आपकी आंखों की व्यापक जांच करते हैं। इसमें पुतली का आकार मापना और कॉर्निया के आकार की सटीक इमेज के लिए कॉर्नियल स्कैन करना शामिल है। इस डेटा का उपयोग डॉक्टर आपकी व्यक्तिगत उपचार योजना बनाने के लिए करते हैं।
  2. कॉर्निया तैयार करना- प्रक्रिया के दौरान असुविधा में कमी के लिए आपकी आंख में एनेस्थेटिक ड्रॉप्स डाली जाती है। फिर, कॉर्निया के सामने ऊतक पर पतला फ्लैप बनाने के लिए माइक्रोकेराटोम डिवाइस का उपयोग किया जाता है। इससे लेजर के साथ दोबारा आकार देने के लिए गहरी परतों तक पहुंच में मदद मिलती है।
  3. लेजर उपचार- इससे कॉर्निया को बदला और किसी भी अपवर्तक त्रुटि में सुधार संभव है। कुछ मिनटों में होने वाली इस प्रक्रिया में लेजर कॉर्निया पर लाइट पल्स लागू करती है, जो इसे दोबारा आकार देने के लिए ऊतक की छोटी मात्रा को सुखाता है।
  4. ऑपरेशन के बाद देखभाल- प्रक्रिया के बाद आंखों की सुरक्षा और उपचार में तेजी के लिए बैंडेज कॉन्टैक्ट लेंस का उपयोग शामिल है। साथ ही अच्छे नतीजों के लिए डॉक्टर के सभी पोस्ट-ऑपरेटिव निर्देशों का पालन करना जरूरी है। इस दौरान हल्की बेचैनी या संवेदनशीलता महसूस होने पर मरीज लुब्रिकेटिंग आई ड्रॉप्स उपयोग कर सकते हैं। अनुभवी सर्जन द्वारा किए जाने पर पीआरके उपचार कम जोखिम के साथ बेहतरीन नतीजे देती है।

पीआरके उपचार के फायदे – Benefits Of PRK Treatment In Hindi

किसी व्यक्ति और आंखों की स्थिति के आधार पर पीआरके उपचार से कई फायदे प्राप्त हो सकते हैं, जैसे:

  • दृष्टि में सुधार: पीआरके उपचार का प्राथमिक उद्देश्य दृष्टि की गुणवत्ता में सुधार करना है। आमतौर पर यह निकट दृष्टिदोष, दूरदर्शिता और दृष्टिवैषम्य जैसी अपवर्तक त्रुटियों में सुधार करके ऐसा किया जाता है।
  • कम आक्रामक: अन्य प्रकार की दृष्टि सुधार सर्जरी के मुकाबले पीआरके ज्यादा आरामदायक और कम दुष्प्रभाव वाली सर्जिकल प्रक्रिया है। इसमें कॉर्निया के अंदर कोई चीरा या टांका लगाना शामिल नहीं है, जिससे उपचार के समय और बाद की असुविधाओं को कम करने में मदद मिलती है।
  • तेज रिकवरी: पीआरके सर्जरी के बाद सर्जन को टांके लगाने की कोई जरूरत नहीं है। ऐसे में इस तेज उपचार प्रक्रिया से अन्य प्रकार की दृष्टि सुधार सर्जरी के मुकाबले कम असुविधा होती है।

पीआरके उपचार के जोखिम – Risks Of PRK Treatment In Hindi

Risks of PRK Eye Treatmentकिसी भी सर्जिकल प्रक्रिया की तरह पीआरके उपचार से जुड़े कुछ जोखिम हैं, जिन्हें प्रक्रिया से पहले ध्यान में रखा जाना चाहिए। ऐसे ही सामान्य जोखिमों में निम्नलिखित शामिल हैं:

इंफेक्शन

सर्जरी के बाद उचित देखभाल नहीं करने से आंखों में इंफेक्शन हो सकता है। इसमें प्रक्रिया के बाद कुछ समय के लिए आंखों को रगड़ने या छूने से बचना और उन्हें साफ करने के लिए सिर्फ स्टेरॉयल सॉल्यूशन का उपयोग करने जैसी चीजें शामिल हैं।

सूखी आंखें

सूखी आंखों को पीआरके उपचार का अन्य सामान्य दुष्प्रभाव माना जाता है। यह आमतौर पर ऑपरेशन के छह महीने के अंदर ठीक हो जाता है। जबकि, कुछ मामलों मेंं आंखों को ठीक से रिकवर करने में मदद के लिए आर्टिफिशियल टियर जरूरी हो सकते हैं।

प्रकाश के प्रति संवेदशीलता

कॉर्नियल हीलिंग प्रक्रिया के कारण आपको प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता की समस्या हो सकती है। हालांकि, यह आमतौर पर सर्जरी के कुछ हफ्तों के अंदर कम होने लगती है। ऐसे में बाहर जाते समय धूप का चश्मा पहनने से किसी भी परेशानी को कम करने में मदद मिल सकती है।

रात की दृष्टि में कमी

कुछ मरीज पीआरके उपचार के बाद अस्थायी रूप रात की दृष्टि में कमी का अनुभव करते सकते हैं क्योंकि उनकी दृष्टि नए स्तरों पर समायोजित हो जाती है। इसमें समय के साथ सुधार होने लगता है, लेकिन प्रक्रिया से पहले संभावित सभी दुष्प्रभावों के बारे में जानना जरूरी है।

इस प्रकार पीआरके उपचार उन लोगों के लिए प्रभावी तरीका है, जो अपवर्तक त्रुटियों या अन्य दृष्टि समस्या के साथ साफ और आरामदायक दृष्टि हासिल चाहते हैं। प्रक्रिया में किसी अन्य सर्जरी की तरह ही जोखिम होते हैं, लेकिन ऑपरेशन के बाद उचित तैयारी और देखभाल से इन्हें कम किया जा सकता है। ऐसे में जरूरी है कि पीआरके पर विचार कर रहे लोग डॉक्टर के साथ प्रक्रिया पर विस्तार से चर्चा करें। इससे आपको सूचित फैसला लेने में मदद मिलती है कि यह सर्जिकल प्रक्रिया आपके लिए सही है या नहीं।

जटिलताओं की रोकथाम – Prevention Of Complications In Hindi

किसी भी प्रकार की दृष्टि संबंधी जटिलताओं की रोकथाम आपकी आंखों के स्वास्थ्य से शुरू होती है, जिसमें पीआरके उपचार से जुड़े लोग भी शामिल हैं। सर्जरी के बाद समस्याओं के विकास का जोखिम बढ़ाने वाली किसी भी समस्या के निदान और उपचार के लिए व्यापक वार्षिक आंखों की जांच जरूरी है। इसके अलावा अगर आपके पास सूखी आंखों या किसी अन्य दृष्टि संबंधी स्थिति का इतिहास है, जो लेजर प्रक्रिया से खराब हो सकता है, तो पीआरके उपचार से पहले डॉक्टर से बात करना जरूरी है।

डॉक्टर संभावित दुष्प्रभावों में कमी के लिए दवाओं के समायोजित या सर्जरी के दौरान अन्य कदम उठाने जैसे निवारक उपायों का सुझाव दे सकते हैं। भले ही आप इस उपचार प्रक्रिया के लिए एक आदर्श उम्मीदवार हैं और आपका समग्र स्वास्थ्य अच्छा हैं, यह एक अच्छा विचार है कि प्रक्रिया से पहले अपने डॉक्टर से कोई सवाल पूछें। इससे डॉक्टर को आपके लिए व्यक्तिगत सलाह देने में मदद मिल सकती है। साथ ही यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि आपको शुरू से आखिर तक पूरी प्रक्रिया के बारे में पूरी जानकारी है।

इन सावधानियों को अपनाकर आप जटिलताओं के जोखिम में कमी और यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि पीआरके उपचार सफल हो। अगर इस प्रकार की लेजर सर्जरी के बारे में आपके कोई और सवाल हैं, तो ज्यादा जानकारी के लिए किसी योग्य नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें। वह निर्धारित कर सकते हैं कि पीआरके आपकी दृष्टि समस्याओं में सुधार का सबसे अच्छा विकल्प है या नहीं।

निष्कर्ष – Conclusion In Hindi

इस प्रकार पीआरके उपचार के अपने फायदे और संभावित जोखिम हैं। इन पर आपके द्वारा दृष्टि सुधार सर्जरी का फैसला लेने से पहले विचार किया जाना चाहिए। अन्य विकल्पों के मुकाबले कम रिकवरी समय और ज्यादा दृष्टि सुधार की क्षमता के साथ कई व्यक्तियों ने पीआरके की प्रक्रिया को जीवन की गुणवत्ता के लिए फायदेमंद विकल्प पाया है। हालांकि, किसी भी तरह की प्रक्रिया चुनने से पहले किसी अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञ से बात करना जरूरी है। पीआरके या किसी भी अन्य सर्जिकल प्रक्रिया का फैसला सभी कारकों को ध्यान में रखकर लिया जाना चाहिए। इससे आप यह सुनिश्चित हो सकते हैं कि पीआरके सर्जरी आपकी आंखों और जीवनशैली के लिए सही विकल्प है।

लेसिक सर्जरी चश्मे से छुटकारा देने वाली 10 मिनट की एक सुरक्षित प्रक्रिया है। उसके लिए मंत्रा केयर सबसे आपको सबसे एडवांस लेसिक विकल्प प्रदान करता है। अगर आपके पास लेसिक सर्जरी से जुड़े कोई सवाल हैं, तो आज ही हमसे +91-9711116605 पर संपर्क करें।