Contents
- 1 प्रीसेनाइल मोतियाबिंद क्या है – What Is Presenile Cataract In Hindi
- 2 प्रीसेनाइल मोतियाबिंद के लक्षण – Symptoms Of Presenile Cataract In Hindi
- 3 प्रीसेनाइल मोतियाबिंद के जोखिम – Risks Of Presenile Cataract In Hindi
- 4 प्रीसेनाइल मोतियाबिंद का निदान – Diagnosis Of Presenile Cataract In Hindi
- 5 प्रीसेनाइल मोतियाबिंद का इलाज – Treatment Of Presenile Cataract In Hindi
- 6 सर्जरी के बाद रिकवरी के लिए सुझाव – Tips For Recovery After Surgery In Hindi
- 7 निष्कर्ष – Conclusion In Hindi
प्रीसेनाइल मोतियाबिंद क्या है – What Is Presenile Cataract In Hindi
प्रीसेनाइल मोतियाबिंद एक अन्य प्रकार का मोतियाबिंद है, जो अक्सर 80 साल से ज्यादा उम्र वाले बुजुर्ग मरीजों को प्रभावित करता है। इस प्रकार के मोतियाबिंद में आंख का लेंस धुंधला हो जाता है और आपके लिए चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस से देखना कठिन होता है। साथ ही आपको पढ़ने, गाड़ी चलाने और दैनिक जीवन की अन्य गतिविधियां करने में भी कठिनाई हो सकती है।
आमतौर पर प्रीसेनाइल मोतियाबिंद की प्रोग्रेस धीमी होती है, लेकिन कई मामलों में यह गंभीर दृष्टि हानि का कारण बनता है। वर्तमान में प्रीसेनाइल मोतियाबिंद का कोई इलाज नहीं है, लेकिन उपचार से दृष्टि सुधार में मदद मिल सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, उम्र, आनुवंशिकी और पर्यावरण विषैले पदार्थों से संपर्क सहित प्रीसेनाइल मोतियाबिंद के कई संभावित कारण हैं। इस मोतियाबिंद से पीड़ित लगभग 60 प्रतिशत मरीजों में स्थिति का पारिवारिक इतिहास होता है।
अगर आप प्रीसेनाइल मोतियाबिंद पर एक विस्तृत गाइड की तलाश कर रहे हैं, तो यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। इसमें हम आपको इस आंख की स्थिति के अलग-अलग लक्षणों, जोखिम और निदान के बारे में बताएंगे। साथ ही हम आपको प्रीसेनाइल मोतियाबिंद की रोकथाम और उपचार के तरीके पर एक व्यापक मार्गदर्शिका भी प्रदान करेंगे। इससे आपको किसी भी गंभीर दृष्टि समस्या से बचने और बेहतरीन दृष्टि प्राप्त करने में मदद मिल सकती है।
प्रीसेनाइल मोतियाबिंद के लक्षण – Symptoms Of Presenile Cataract In Hindi
प्रीसेनाइल मोतियाबिंद एक ऐसी स्थिति है, जो आंख के लेंस को प्रभावित करती है। आमतौर पर उम्र बढ़ने की प्रक्रिया के कारण हमारी आंखों में प्रोटीन बदल जाता है और छोटे-छोटे गुच्छे बनते हैं, जिससे रोशनी का गुजरना कठिन हो जाता है। इस मोतियाबिंद के कुछ अन्य लक्षणों में शामिल हैं:
धुंधली दृष्टि
दृष्टि धुंधली प्रीसेनाइल मोतियाबिंद के सबसे आम लक्षणों में से एक है। यह धीरे-धीरे या अचानक हो सकता है और इसके साथ खराब रात की दृष्टि और रोशनी के प्रति संवेदनशीलता भी हो सकती है। ऐसे में आपको लेंस अपारदर्शी दिखाई दे सकता है, जिससे आपके लिए साफ देखना मुश्किल हो जाता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि आस-पास की वस्तुएं उनके ऊपर एक धुंधला आवरण दिखाती हैं।
दोहरी दृष्टि
इस स्थिति में आपको एक के बजाय दो छवियां दिखाई देती हैं, जिससे आपके लिए उस पर फोकस करना मुश्किल होता है। आंखों के गलत संरेखण के कारण दोहरी दृष्टि भी होने की संभावना है और इससे प्रीसेनाइल मोतियाबिंद हो सकता है।
बार-बार प्रिस्क्रिप्शन बदलना
प्रीसेनाइल मोतियाबिंद आपके प्रिस्क्रिप्शन की जरूरत में बदलाव का कारण भी बन सकता है। इसका मतलब है कि आपको साफ देखने में मदद के लिए बराबर पावर वाले चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस की जरूरत नहीं है।
रोशनी के प्रति संवेदनशीलता
लेंस में प्रोटीन के गुच्छे चकाचौंध पैदा कर सकते हैं या आपकी आंखों के लिए प्रकाश से अंधेरे में एडजस्ट करना मुश्किल बनाते हैं। इससे आपको सूरज की तेज रोशनी के संपर्क में आने पर संवेदनशील या असहज महसूस हो सकती है। साथ ही कुछ लोगों को सामान्य से ज्यादा भेंगापन हो सकता है।
सिर दर्द
कभी-कभी साफ देखने के लिए आपकी आंखों में तनाव की मात्रा बढ़ने से सिरदर्द हो सकता है। यह सिरदर्द अन्य लक्षणों के साथ होता है, जैसे मतली या चक्कर आना।
अगर आपने अपनी दृष्टि में बताई गई कोई भी समस्या देखी है, तो उचित निदान प्राप्त करने के लिए अपने ऑप्टोमेट्रिस्ट या नेत्र रोग विशेषज्ञ से मिलना जरूरी है।
प्रीसेनाइल मोतियाबिंद के जोखिम – Risks Of Presenile Cataract In Hindi
कई कारक प्रीसेनाइल मोतियाबिंद के विकास की संभावना को बढ़ा सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
उम्र
प्रीसेनाइल मोतियाबिंद के सबसे आम ट्रिगर्स में से एक उम्र है। जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, आपकी आंख का लेंस पीला और गाढ़ा होने लगता है। इससे यह ज्यादा संभावना हो सकती है कि आप प्रीसेनाइल मोतियाबिंद विकसित करेंगे। साथ ही जब आपकी उम्र बढ़ती है, तो आप अपने शरीर के अन्य हिस्सों में बदलाव का अनुभव करने की ज्यादा संभावना रखते हैं, जो आपके जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
चिकित्सा स्थिति
कुछ चिकित्सीय स्थितियां यह भी ज्यादा संभावना बना सकती हैं कि आप प्रीसेनाइल मोतियाबिंद विकसित करेंगे। इनमें डायबिटीज, ग्लूकोमा और कुछ आनुवंशिक विकार शामिल हैं। उच्च रक्तचाप या धूम्रपान के इतिहास वाले लोगों में भी इस प्रकार के मोतियाबिंद के विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है।
पारिवारिक इतिहास
अगर आपके परिवार के सदस्यों को प्रीसेनाइल मोतियाबिंद हुआ है, तो आप उन्हें भी विकसित करने के लिए एक उच्च जोखिम में हो सकते हैं। इसके अलावा अगर आपके माता-पिता में से किसी को भी दर्दनाक मस्तिष्क की चोट या विकिरण चिकित्सा का अनुभव हुआ है, तो वह जीन उत्परिवर्तन को पारित कर सकते हैं और यह उनके बच्चों को प्रीसेनाइल मोतियाबिंद का कारण बनता है।
पर्यावरणीय कारक
कुछ पर्यावरणीय कारक भी प्रीसेनाइल मोतियाबिंद के विकास के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। इनमें बार-बार धूप में निकलना, धूम्रपान और खराब आहार शामिल हैं। जो लोग वायु प्रदूषण के उच्च स्तर वाले क्षेत्रों में रहते हैं, उनमें भी इस प्रकार के मोतियाबिंद के विकसित होने की संभावना ज्यादा होती है।
आंखों में तनाव
नियमित रूप से लंबे समय तक स्क्रीन पर घूरने वाले लोगों में प्रीसेनाइल मोतियाबिंद विकसित होने की संभावना ज्यादा होती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि लगातार आंखों का तनाव लेंस को कमजोर करता है और इसे मोतियाबिंद विकसित करने के लिए ज्यादा संवेदनशील बना सकता है।
प्रीसेनाइल मोतियाबिंद का निदान – Diagnosis Of Presenile Cataract In Hindi
- प्रीसेनाइल मोतियाबिंद का निदान आमतौर पर व्यापक आंखों की जांच से किया जाता है। इस परीक्षा के दौरान नेत्र रोग विशेषज्ञ लेंस को बारीकी से देखने के लिए स्लिट लैंप माइक्रोस्कोप का उपयोग करते हैं और धुंधलेपन या अन्य बदलाव की पहचान करते हैं, जो मोतियाबिंद का लक्षण है।
- डॉक्टर लेंस को बेहतर तरीके से देखने के लिए खास इमेजिंग तकनीकों जैसे अल्ट्रासाउंड या कंप्यूटेड टोमोग्राफी यानी सीटी स्कैन भी उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा जांच की एक श्रृंखला दृष्टि की तेजी और रंग धारणा का आंकलन करती है। सर्जन इनका उपयोग यह जानने के लिए करते हैं कि मोतियाबिंद से दृष्टि कितनी प्रभावित हुई है।
- कुछ जांच मरीज के लिए प्रेस्बायोपिया, उम्र से संबंधित दृष्टि में बदलाव और मोतियाबिंद में अंतर करना मुश्किल बनाती हैं। ऐसे में डॉक्टर सटीक निदान करने के लिए पिछली आंखों की जांच और आंखों के स्वास्थ्य का पारिवारिक इतिहास जानते हैं।
- कई मामलों में मरीज दृष्टि में बड़े बदलाव अनुभव करते हैं या उन्हें आंखों की बीमारियों का पारिवारिक इतिहास है। ऐसे में समस्या के अन्य कारणों की जानकारी के लिए डॉक्टर अन्य परीक्षण भी करते हैं। एक इलेक्ट्रोरेटिनोग्राम (ईआरजी) का उपयोग यह जांचने के लिए किया जाता है कि रेटिना और ऑप्टिक तंत्रिका में फोटोरिसेप्टर कोशिकाओं के बीच कितनी अच्छी तरह विद्युत संकेत भेजे जाते हैं। आपकी आंखों के अंदर की इमेज लेने और कोई भी असामान्यता देखने के लिए फंडस फोटोग्राफ भी लिया जा सकता है, जो आंखों की बीमारी का संकेत देता है।
- प्रीसेनाइल मोतियाबिंद के निदान में शारीरिक जांच शामिल है, लेकिन दृष्टि हानि के दूसरे संभावित कारण जानने के लिए अन्य जांच जरूरी है। इस प्रकार सही निदान और उपचार दृष्टि सुधार और मोतियाबिंद की अन्य जटिलताओं का जोखिम कम करने में फायदेमंद हो सकते हैं।
प्रीसेनाइल मोतियाबिंद का इलाज – Treatment Of Presenile Cataract In Hindi
आमतौर पर प्रीसेनाइल मोतियाबिंद के इलाज में सर्जरी से प्रभावित लेंस को हटाना और इसे साफ आर्टिफिशियल लेंस से बदलना शामिल है। यह अपेक्षाकृत सुरक्षित सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसे आउट पेशेंट के आधार पर किया जाता है। कुछ मामलों में व्यक्ति प्रीसेनाइल मोतियाबिंद उपचार के लिए बिना सर्जरी वाले विकल्प चुन सकते हैं, जिसे अपवर्तक सुधार कहा जाता है। अपवर्तक सुधार में मोतियाबिंद के कारण होने वाली दृष्टि समस्याओं को ठीक करने के लिए डॉक्टर चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस का उपयोग करते हैं।
पारंपरिक सुधारात्मक सर्जरी के मुकाबले में अपवर्तक सुधार कम आक्रामक होता है और इसके लिए किसी सर्जिकल चीरे की जरूरत नहीं है। हालांकि, उपचार की यह विधि मोतियाबिंद के गंभीर कारण को संबोधित नहीं करती है। इस प्रकार यह सिर्फ मोतियाबिंद के लक्षणों से अस्थायी राहत प्रदान करती है। आपके लिए यह ध्यान रखना जरूरी है कि प्रीसेनाइल मोतियाबिंद का इलाज करना एक लंबी प्रक्रिया हो सकती है। ऐसे में इस उपचार का सटीक कोर्स मोतियाबिंद की गंभीरता, आकार और व्यक्ति के चिकित्सा इतिहास पर निर्भर करता है।
डॉक्टर यूवी किरणों से बचाव के लिए जीवनशैली में बदलाव जैसे धूम्रपान छोड़ने या धूप का चश्मा पहनने की सलाह दे सकते हैं। इसके अलावा वह टॉपिकल दवाएं या आई ड्रॉप लिख सकते हैं, जो सूजन कम करने और प्रीसेनाइल मोतियाबिंद की प्रोग्रेस को धीमा करते हैं। प्रीसेनाइल मोतियाबिंद का इलाज लेजर थेरेपी का उपयोग करके भी किया जा सकता है, जिसमें दृष्टि में सुधार के लिए प्रोटीन के गुच्छों को तोड़ने के लिए लेजर का उपयोग करना शामिल है। साथ ही दृष्टि गुणवत्ता को ज्यादा बेहतर बनाने के लिए इस प्रकार के उपचार को अक्सर सुधारात्मक लेंस या सर्जरी के साथ जोड़ा जाता है।
सर्जरी के बाद रिकवरी के लिए सुझाव – Tips For Recovery After Surgery In Hindi
प्रीसेनाइल मोतियाबिंद सर्जरी के बाद एक सफल नतीजे सुनिश्चित करने के लिए मरीज की पोस्टऑपरेटिव देखभाल बहुत जरूरी है। ऐसे में निम्नलिखित कुछ सामान्य सुझाव रिकवरी में आपकी मदद कर सकते हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
- जोरदार गतिविधि से बचें: सर्जरी के बाद मरीजों को पहले कुछ दिनों तक किसी भी जोरदार गतिविधि या भारी उठाने से बचना चाहिए। यह किसी भी संभावित जटिलताओं को कम करने में फायदेमंद माना जाता है।
- भरपूर आराम करें: ठीक से रिकवर होने और जटिलताओं के विकास का जोखिम कम करने के लिए मरीजों को सर्जरी के बाद भरपूर आराम करना चाहिए।
- सिर ऊंचा रखें: सर्जरी के बाद सूजन में कमी और उपचार में सुधार करने के लिए मरीजों को कम से कम चार हफ्ते तक अपने सिर को ऊंचा रखना चाहिए।
- संपर्क खेलों से बचें: मोतियाबिंद सर्जरी के बाद गलत तरीके से किए जाने पर सॉकर या बास्केटबॉल जैसे संपर्क खेलों से गंभीर चोट लग सकती है। ऐसे में इन गतिविधियों से बचना सबसे अच्छा है, जब तक कि डॉक्टर इसकी सलाह नहीं देते।
- आंखों पर दबाव डालें: आंखों पर दबाव डालने से रिकवरी को तेजी करने में मदद मिलती है और बाद में जटिलताओं के विकास की संभावना कम हो सकती है।
- संतुलित आहार खाएं: सर्जरी के बाद संतुलित आहार खाना जरूरी है, जिसमें भरपूर मात्रा में ताजे फल और सब्जियां शामिल हों। इससे सुनिश्चित किया जा सकता है कि मरीज को ठीक होने के लिए जरूरी पोषक तत्व मिल रहे हैं।
- निर्धारित दर्द लें: मरीजों को जरूरत महसूस होने पर या किसी भी असुविधा को कम करने के लिए निर्धारित दर्द की दवा लेनी चाहिए।
- सनस्क्रीन का उपयोग करें: मरीजों को बाहर जाने पर सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना चाहिए, क्योंकि सर्जरी के बाद सूरज की रोशनी आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है।
निष्कर्ष – Conclusion In Hindi
प्रीसेनाइल मोतियाबिंद को उम्र से संबंधित मोतियाबिंद का एक प्रकार माना जाता है, जो आमतौर पर 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में विकसित होता है। यह नाम उन लोगों में इसकी उपस्थिति को संदर्भित करता है, जो निदान के समय 70 साल से ज्यादा उम्र के हैं। इसके अलावा किशोर मोतियाबिंद आमतौर पर 20 से 40 साल की उम्प वाले लोगों में विकसित होता हैं, लेकिन महिलाओं में ज्यादा आम हैं।
प्रीसेनाइल मोतियाबिंद के लक्षणों में आम तौर पर धुंधली दृष्टि, विवरण पढ़ने या देखने में कठिनाई, दिन या रात दृष्टि में कमी, और बागवानी या गोल्फ खेलने जैसी बाहरी गतिविधियों में हस्तक्षेप शामिल है। प्रीसेनाइल मोतियाबिंद के उपचार के विकल्प लक्षणों की गंभीरता के आधार पर भिन्न होते हैं और इसमें मोतियाबिंद या सुधारात्मक लेंस को हटाने के लिए सर्जरी शामिल हो सकती है।
मोतियाबिंद सर्जरी एक सुरक्षित और दर्द रहित प्रक्रिया है। मंत्राकेयर में हमारे पास अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञों की एक टीम है, जो मोतियाबिंद सर्जरी से संबंधित आपके किसी भी सवाल का जवाब देने में सक्षम हैं। इससे संबंधित ज्यादा जानने के लिए हमें +91-9711116605 पर कॉल करें।