बिना फ्लैप वाली (फ्लैपलेस) लेसिक सर्जरी: प्रक्रिया और फायदे – Flapless Lasik Surgery: Procedure And Benefits In Hindi

बिना फ्लैप वाली लेसिक सर्जरी

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बिना फ्लैप वाली (फ्लैपलेस) लेसिक सर्जरी क्या है – What Is Flapless Lasik Surgery In Hindi

What is Flapless Lasik Surgery?लेसिक सर्जरी को आमतौर पर बिना फ्लैप वाली यानी फ्लैपलेस लेसिक भी कहा जाता है, जो आंखों की सर्जरी का अन्य प्रकार है। इसमें दृष्टि समस्याओं को ठीक करने के लिए लेजर का उपयोग करती है। यह सर्जरी एक खास लेजर के उपयोग से की जाती है, जो गंभीर ऊतक को नुकसान पहुंचाए बिना आंख की सतह की ऊपरी परत को काटती है। इसका मतलब है कि मरीज सर्जरी के तुरंत बाद अपनी नियमित गतिविधियों को दोबारा शुरु कर सकते हैं।

यह प्रक्रिया आपकी त्वचा में चीरा बनाकर शुरू होती है। फिर सर्जन उस हिस्से पर एक पतली ब्लेड रखते हैं, ताकि लेजर कट जाए। इसके बाद डॉक्टर इस ब्लेड के ऊपर लेजर को रखते हैं और इसे इधर-उधर घुमाते हैं। इससे आपके रेटिना पर छोटे-छोटे कट बन जाते हैं। यह पूरी प्रक्रिया पांच मिनट से भी कम समय में हो जाती है और इससे मिनटों में दृष्टि सुधार होता है। अगर आप लेसिक सर्जरी पर विचार कर रहे हैं, तो आपके लिए प्रक्रिया से जुड़ी कुछ बातें जानना जरूरी है। इस ब्लॉग पोस्ट में बिना फ्लैप वाली लेसिक सर्जरी की प्रक्रिया और फायदे सहित कई जरूरी बातों पर चर्चा करेंगे। साथ ही हम आपको संभावित जोखिम से बचने के लिए आपको कुछ सुझाव भी देंगे। इससे आपको यह जानने में मदद मिल सकती है कि बिना फ्लैप वाली लेसिक सर्जरी आपके लिए सही है या नहीं।

फ्लैपलेस लेसिक सर्जरी की प्रक्रिया – Procedure Of Flapless Lasik Surgery In Hindi

लेसिक सर्जरी एक ऐसा प्रक्रिया है, जिसे खासतौर से दृष्टि समस्याओं वाले लोगों की मदद के लिए विकसित किया गया था। हालांकि, समय के साथ लेसिक सर्जरी दृष्टि सुधार चाहने वाले लोगों के लिए लोकप्रिय प्रक्रिया बन गई है। लेसिक सर्जरी सबसे आम सर्जिकल प्रक्रिया है। इसका उपयोग कई तरह की दृष्टि समस्याओं में सुधार के लिए किया जाता है, जिसमें निकट दृष्टिदोष, दूरदर्शिता और दृष्टिवैषम्य शामिल है। लेसिक सर्जरी में लेजर का उपयोग करके कॉर्निया यानी आंख की सामने वाली सतह को दोबारा आकार दिया जाता है। यह सर्जरी आउट पेशेंट प्रक्रिया है और ज्यादातर मरीज उसी दिन घर जा सकते हैं।

फ्लैपलेस सर्जरी का काम इस धारणा पर आधारित है कि कॉर्निया का आकार दृष्टि समस्याओं का प्रमुख कारण है। ऐसे में कॉर्निया की सरफेस लेयर में छोटे-छोटे कट बनाकर कॉर्निया को दोबारा आकार देने के लिए लेजर का उपयोग किया जाता है। इस सर्जरी के पूरे कामकाज को कई चरणों में किया जाता है। इसमें पहला चरण फ्लैप बनाना है, जिसका उपयोग सर्जरी के दौरान आंख को ढ़कने के लिए किया जाता है। इसके बाद सर्जन फ्लैप को काट कर आंख से ऊपर उठा लेते हैं।

लेजर तब आंख की सतह पर कॉर्नियल निशान बनाना शुरू कर देती है। इस प्रक्रिया में लगभग 15 मिनट लगते हैं। फिर, सर्जरी पूरी होने के बाद डॉक्टर आंख में किसी भी तरह की समस्या देखने के लिए जांच करते है। अगर सब कुछ ठीक रहा है, तो आप पट्टी बांधकर घर जा सकते हैं और इस तरह लेसिक सर्जरी के नतीजे बहुत अच्छे होते हैं। मरीज आमतौर पर सर्जरी से पहले की तुलना में बेहतर देख सकते हैं और इनमें से ज्यादातर मरीजों को कोई गंभीर दुष्प्रभाव नहीं होता है।

प्रक्रिया के बाद उम्मीद – Expectation After Procedure In Hindi

सर्जरी के बाद आपको अपने पहले कुछ दिनों के दौरान कुछ हल्की बेचैनी और धुंधलापन महसूस होने की संभावना है। यह दुष्प्रभाव अक्सर एक या दो हफ्ते के अंदर खत्म हो जाते हैं। पहले कुछ हफ्तों तक दृष्टि के विकल्प सीमित हो सकते हैं, क्योंकि आपकी आंखें नई दृष्टि के अनुकूल हो जाती हैं। हालांकि, समय के साथ इसमें सुधार होने लगता है।

लेसिक सर्जरी के बाद ज्यादातर लोग बेहतर दृष्टि की रिपोर्ट करते हैं और उन्हें चश्मे या अन्य सुधारात्मक आईवियर की जरूरत नहीं होती है। कुछ लोगों को लेसिक सर्जरी के बाद शुरुआती महीनों में हल्की सूखी आंखों की समस्या का अनुभव होता है, लेकिन यह आमतौर पर कुछ हफ्तों या महीनों में ठीक हो जाता है।

इस सर्जरी की उम्मीदें हैं:

बेहतर दृष्टि

लेसिक के मुख्य फायदों में से एक यह है कि इसके नतीजे बेहतर दृष्टि में होते हैं, जो आमतौर पर ज्यादातर लोगों के पास स्वाभाविक रूप से अच्छी होती है। कभी-कभी लोग चश्मे या अन्य सुधारात्मक चश्मों की जरूरत के बिना बहुत अच्छी दृष्टि प्राप्त कर लेते हैं।

कम बेचैनी

कुछ अस्थायी धुंधलेपन और प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता को छोड़कर ज्यादातर लोग लेसिक सर्जरी के बाद बहुत कम असुविधा की रिपोर्ट करते हैं। यह दुष्प्रभाव आमतौर पर एक या दो हफ्ते के अंदर खत्म हो जाते हैं। इसके अलावा बहुत से लोग सर्जरी के बाद चश्मा या अन्य सुधारात्मक आईवियर पहने बिना अपनी दृष्टि में सुधार महसूस करते है।

फ्लैपलेस लेसिक सर्जरी के फायदे – Benefits Of Flapless Lasik Surgery In HindiWhat are the Benefits of Flapless Lasik Surgery?

फ्लैपलेस लेसिक सर्जरी के कई फायदे हैं। इसका सबसे आम फायदा यह है कि मरीज बिना चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस के बेहतर देख सकते हैं। कम चकाचौंध और तेज रोशनी में बेहतर दृष्टि इस सर्जिकल प्रक्रिया का एक अन्य फायदा है। इसके अलावा अन्य फायदे व्यक्ति के आधार पर अलग-अलग होते हैं, जिनमें शामिल हैं:

आंखों की चोट का कम जोखिम

अगर आप चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं, तो यह आपकी आंखों में चोट लगने की संभावना को बढ़ा सकते हैं। हालांकि, फ्लैपलेस लेसिक सर्जरी के साथ आपको किसी भी अन्य आईवियर की जरूरत नहीं होती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि सर्जन ऑपरेशन से फ्लैप को हटाते हैं और इसे आंख की सतह पर सिलिकॉन की पतली परत से बदल देते हैं। इससे धूप का चश्मा या कोई भी आईवियर पहनते समय आंख में चोट लगने की संभावना काफी कम हो जाती है।

बेहतर दृष्टि

चश्मे और कॉन्टैक्ट लेंस के लगातार उपयोग से खराब दृष्टि की संभावना रहती है। हालांकि, फ्लैपलेस लेसिक सर्जरी के साथ आप बिना किसी अन्य आईवियर के बेहतर देखने की उम्मीद कर सकते हैं।

कम तनाव

चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस पहनने से आपको बहुत तनाव हो सकता है, खासकर जब आपको इस बात का ध्यान रखना होता है कि आप हर दिन कितना पहन रहे हैं। फ्लैपलेस लेसिक सर्जरी के साथ इस बारे में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है कि आपका आईवियर कैसा दिखता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि ऑपरेशन में फ्लैप को हटा दिया जाता है। फिर, सर्जन इसे आंख की सतह पर सिलिकॉन की एक पतली परत से बदल देते हैं। इस प्रकार यह आपके चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस की जरूरत को खत्म करता है।

ऑप्टोमेट्रिस्ट के पास कम विजिट

फ्लैपलेस लेसिक सर्जरी के सबसे बड़ा फायदा यह है कि अब आपको ऑप्टोमेट्रिस्ट के पास नियमित तौर पर जाने की जरूरत नहीं है। इस ऑपरेशन के साथ आप हर समय चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस पहने बिना बेहतर देखने की उम्मीद कर सकते हैं। साथ ही यह आपके तनाव और विजिट में लगने वाले समय को कम करता है।

फ्लैपलेस लेसिक सर्जरी की तैयारी – Preparation for Flapless Lasik Surgery In Hindi

अगर आप फ्लैपलेस लेसिक सर्जरी पर विचार कर रहे हैं, तो आपके लिए प्रक्रिया को समझना जरूरी है। इससे आपको प्रक्रिया से की जाने वाली उम्मीद की जानकारी मिलती है।

  • किसी भी लेसिक सर्जरी में पहला कदम सर्जरी के लिए अपनी आंखों को तैयार करना है। आपको ऐसी किसी भी दवा का उपयोग बंद करने की सलाह भी दी जाती है, जो सूखी आंखों का कारण बन सकती है। साथ ही आपको किसी भी ज़ोरदार गतिविधि से बचना चाहिए, जिससे आपकी आंखों में चोट लगने का खतरा बढ़ सकता है।
  • आपको लेसिक सर्जन के साथ अपॉइंटमेंट लेने की भी जरूरत होती है। इससे यह निर्धारित हो सकता है कि आप इस प्रकार की सर्जरी के लिए अच्छे उम्मीदवार हैं या नहीं। आपसे एक पूरे चिकित्सा इतिहास की जानकारी ली जाती है और जांच की जाती है। साथ ही सर्जन लेसिक सर्जरी से पहले और बाद में आपकी आंखों की तस्वीरें भी लेते हैं। अगर आपके पास लेसिक सर्जरी की सफलता को रोकने वाली हल्की संवेदनशीलता या अन्य समस्याएं हैं, तो इन चिंताओं को परामर्श के दौरान संबोधित किया जाता है।
  • अगर आप फ्लैपलेस लेसिक सर्जरी के लिए एक अच्छे उम्मीदवार हैं, तो डॉक्टर आपको सर्जरी की तैयारी के बारे में खास निर्देश देते हैं। यह प्रक्रिया से पहले आईड्रॉप या ऑइन्मेंट के उपयोग से बचने के लिए सबसे जरूरी कदम है। इससे लेसिक सर्जरी के दौरान किसी भी कण को ​​आपकी आंखों में जाने से रोका जा सकता है, जो बाद में जटिलताएं पैदा करता है।
  • आपको यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि लेसिक सर्जरी के लिए डॉक्टर के कार्यालय में जाने से पहले आपका चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस हटा दिया गया हो। हालांकि, आपके डॉक्टर पूरी प्रक्रिया के दौरान धूप का चश्मा पहनने की सलाह दे सकता हैं।

फ्लैपलेस लेसिक सर्जरी के लिए सुझाव – Tips For Flapless Lasik Surgery In Hindi

लेसिक सर्जरी की प्रक्रिया आपकी दृष्टि में सुधार करने का एक बहुत ही सुरक्षित और प्रभावी तरीका है। हालांकि, कुछ चीजें आप यह सुनिश्चित करने के लिए कर सकते हैं कि अनुभव ज्यादा सकारात्मक हो। ऐसे ही कुछ सुझावों में शामिल हैं:

  1. पहले से अपॉइंटमेंट लें- लेसिक सर्जरी की अक्सर बहुत मांग होती है, इसलिए अपॉइंटमेंट जल्द खत्म हो जाते हैं। ऐसे में अपनी सर्जरी को पहले से ही निर्धारित करने की कोशिश करें।
  2. वास्तविक उम्मीदें रखें- लेसिक से गुजरने वाले ज्यादातर लोग बेहतर दृष्टि संबंधी नतीजों की रिपोर्ट करते हैं। हालांकि, लेसिक सर्जरी के बाद हर कोई सही दृष्टि प्राप्त नहीं कर पाता है। हालांकि, बहुत से लोग अभी भी लेसिक को समग्र रूप से बहुत फायदेमंद प्रक्रिया मानते हैं।
  3. निर्देशों का पालन करें- अगर किसी भी सर्जिकल प्रक्रिया को सही तरीके से नहीं किया जाए, तो इंफेक्शन का खतरा हो सकता है। हालांकि, ऑपरेशन से पहले के सभी निर्देशों का बारीकी से पालन करके इस जोखिम को भी काफी हद तक कम किया जा सकता है। ऐसे में सुनिश्चित करें कि सर्जरी के दौरान आपके साथ आने वाले परिवार के सदस्य या मित्र जानते हैं कि किसी भी संभावित आंखों की परेशानी को कैसे संभालना है।

फ्लैपलेस लेसिक सर्जरी के जोखिम – Risks Of Flapless Lasik Surgery In Hindi

Side Effects and Risks Associated with Flapless Lasik Surgeryइस सर्जरी को चुनने से पहले विचार करने के लिए कुछ संभावित दुष्प्रभाव हैं। कुछ लोगों को सर्जरी के बाद मामूली असुविधा, प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता या सूखी आंखों का अनुभव होता है। ऐसे ही कुछ अन्य गंभीर दुष्प्रभावों में शामिल हो सकते हैं:

इंफेक्शन

लेसिक सर्जरी के बाद लगभग 5 प्रतिशत मरीजों में इंफेक्शन विकसित होता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि आपकी आंख का खुला हिस्सा इंफेक्शन के प्रति ज्यादा संवेदनशील है। इसके उपचार में एंटीबायोटिक्स और अक्सर दर्द निवारक दवाएं शामिल होती हैं।

डायबिटीज

लेसिक सर्जरी वाले मरीजों का छोटा प्रतिशत डायबिटीज का विकास करता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि लेसिक सर्जरी से आपका रक्त शर्करा स्तर बढ़ सकता है। ऐसे में डायबिटीज से पीड़ित लोगों को यह प्रक्रिया चुनने से पहले अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए।

मैकुलर डिजेनेरेशन

लेसिक सर्जरी के बाद मैकुलर डिजेनेरेशन एक आम समस्या है। यह प्रोग्रेसिव बीमारी केंद्रीय दृष्टि के नुकसान का कारण बनती है। कई बार अनुपचारित छोड़ दिए जाने पर इससे भी अंधापन हो सकता है।

प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता

कई लोग लेसिक सर्जरी के बाद ठीक हो जाते हैं। जबकि, कुछ प्रतिशत लोगों को प्रकाश संवेदनशीलता या चकाचौंध का अनुभव होता है। हालांकि, काम करते हुए या टीवी देखते समय धूप के चश्मे या सुरक्षात्मक फिल्टर के उपयोग से इसे ठीक किया जा सकता है।

स्थायी दृश्य हानि

फ्लैपलेस लेसिक से गुजरने के बाद मरीजों की एक बड़ी संख्या में कुछ हद तक स्थायी दृश्य हानि का अनुभव होता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि कॉर्निया की नई बनी परत पुतली को पूरी तरह से ढक नहीं पाती है। इससे प्रकाश एक कोण पर आंख में जाता है और चकाचौंध या आंखों पर जोर डाल सकता है। कुछ मामलों में इससे दृष्टि में इस हद तक कमी आ सकती है कि सामान्य दृष्टि सुधार के लिए आगे की सर्जरी की जरूरी होती है।

कॉर्निया में निशान

फ्लैपलेस लेसिक का अन्य आम दुष्प्रभाव कॉर्निया मे निशान है। यह तब होता है, जब लेजर कॉर्निया की अंदरूनी परत में कट जाती है। इसके कारण आंख की सतह पर लकीरे और धक्के बनते हैं। साथ ही इन निशानों का इलाज करना बेहद मुश्किल होता है और कुछ हिस्सों में आपकी दृष्टि में रुकावट पैदा हो सकती है।

इस प्रकार लेसिक सर्जरी आपके लिए सही है या नहीं, यह तय करने से पहले आपको अपने डॉक्टर से लेसिक सर्जरी के जोखिमों और फायदों के बारे में बात करनी चाहिए।

निष्कर्ष – Conclusion In Hindi

आमतौर पर ज्यादातर लोग बिना फ्लैप वाली (फ्लैपलेस) लेसिक सर्जरी से जुड़े दुष्प्रभाव और जोखिम के बारे में अच्छी तरह से नहीं जानते हैं। ऐसे में अगर आप फ्लैपलेस लेसिक सर्जरी पर विचार कर रहे हैं, तो डॉक्टर से संभावित दुष्प्रभावों और जोखिमों के बारे में बात करना सुनिश्चित करें। वह सुरक्षित और प्रभावी प्रक्रिया की योजना बनाने में आपकी मदद कर सकते हैं, जिससे आपको बेहतर दृष्टि प्राप्त होती है।

लेसिक सर्जरी चश्मे से छुटकारा देने वाली 10 मिनट की एक सुरक्षित प्रक्रिया है। उसके लिए मंत्रा केयर सबसे आपको सबसे एडवांस लेसिक विकल्प प्रदान करता है। अगर आपके पास लेसिक सर्जरी से जुड़े कोई सवाल हैं, तो आज ही हमसे +91-9711116605 पर संपर्क करें।