Contents
- 1 एपी लेसिक क्या है – What Is Epi LASIK In Hindi
- 2 एपी लेसिक के फायदे – Benefits Of Epi LASIK In Hindi
- 3 एपी लेसिक की कीमत – Cost Of Epi LASIK In Hindi
- 4 एपी लेसिक के लिए सही समय – Best Time For Epi LASIK In Hindi
- 5 प्रक्रिया कैसी है – What Is The Procedure Like In Hindi
- 6 अपॉइंटमेंट से पहले तैयारी – Preparation Before Appointment In Hindi
- 7 सर्जरी के बाद सावधानियां – Precautions After Surgery In Hindi
- 8 निष्कर्ष – Conclusion In Hindi
एपी लेसिक क्या है – What Is Epi LASIK In Hindi
एपी लेसिक एक प्रकार की लेज़र नेत्र शल्य चिकित्सा है जो ऊपरी और निचली पलकों में फ्लैप बनाने के लिए एक एपी लेसिक ब्लेड का उपयोग करती है, जिससे सर्जन कॉर्निया की सतह परत को एक्साइज कर सकता है। इस प्रक्रिया को फ्लैप लेसिक भी कहते हैं। एपी लेसिक के लिए कई अलग-अलग लेज़रों का उपयोग किया जाता है, जिनमें फेम्टो लेसिक और पीआरके लेजर शामिल हैं।
आमतौर पर एपी लेसिक को आंखों की लेजर सर्जरी का ज्यादा लोकप्रिय प्रकार माना जाता है। इसके अलावा उच्च सफलता दर वाली यह सर्जिकल प्रक्रिया पीआरके या लेसिक जैसी अन्य सर्जरी से कम कम खर्चीली होती है। साझ ही यह सर्जरी कराने वाले सिर्फ 5 प्रतिशत लोगों को इसे सही करने या दोहराने की जरूरत होती है। अगर आप एपी लेसिक पर विचार कर रहे हैं, तो यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। ब्लॉग में हम एपी लेसिक के फायदे, कीमत और प्रक्रिया सहित सभी जरूरी विषयों को कवर करेंगे। इससे आपको यह तय करने में मदद मिल सकती है कि क्या यह आपके लिए सही प्रक्रिया है।
एपी लेसिक के फायदे – Benefits Of Epi LASIK In Hindi
आमतौर पर एपी लेसिक को आंखों की लेजर सर्जरी का एक अन्य प्रकार माना जाता है, जिसमें कॉर्निया की पतली परतों को हटाने के लिए छोटी एपीलेयर का उपयोग शामिल है। एपी लेसिक अन्य प्रकार की लेजर सर्जरी के मुकाबले कई फायदे प्रदान कर सकती है, जिनमें शामिल हैं:
- रिकवरी के लिए कम समय: एपी लेसिक सर्जरी एक हैंडहेल्ड एपीलेयर का उपयोग करके की जाती है। इसका मतलब कम दर्द और रिकवरी के लिए कम समय की जरूरत है। कुछ लोगों को सर्जरी के बाद सिर्फ कुछ घंटों के लिए आराम की जरूरत होती है। जबकि, अन्य लोगों को कुछ दिनों तक आराम करना पड़ सकता है।
- सभी प्रकाश स्थितियों में बेहतर देखने की क्षमता: एपीलेयर कॉर्निया की सिर्फ पतली बाहरी परत को हटाती है। इसका मतलब है कि एपी लेसिक से गुजरने वाले लोग तेज धूप सहित सभी प्रकाश स्थितियों में बेहतर देख सकते हैं।
- आंखों की कुछ समस्याओं के लिए कम जोखिम: एपी लेसिक एक कम जोखिम वाली प्रक्रिया है और इसमें आंखों से किसी भी ऊतक को काटना या हटाना शामिल नहीं है। यह प्रक्रिया उन लोगों के लिए सबसे अच्छा विकल्प हो सकती है, जो आंखों की कुछ समस्याओं के लिए अपने जोखिम के बारे में परेशान हैं।
- प्रकाश के प्रति कम संवेदनशीलता: कुछ लोगों को एपी लेसिक से गुजरने के बाद प्रकाश के प्रति कम संवेदनशीलता का अनुभव होता है। यह अक्सर अस्थायी होता है और ज्यादातर लोग सर्जरी के बाद कुछ हफ्तों के अंदर प्रकाश के प्रति कम संवेदनशीलता हो जाते हैं।
- समय के साथ लगातार सुधार: एपी लेसिक समय के साथ आपकी दृष्टि में सुधार कर सकती है, फिर भले ही आप सर्जरी के ठीक बाद किसी भी ध्यान देने वाले बदलाव का अनुभव नहीं करें। यह आपकी आंखों के ठीक होने की प्राकृतिक प्रक्रिया और नए टिश्यू के बढ़ने से होता है।
एपी लेसिक की कीमत – Cost Of Epi LASIK In Hindi
एपी लेसिक की कीमत उनकी व्यक्तिगत दृष्टि संबंधी जरूरतों और उनकी प्रक्रिया की जटिलता के आधार पर प्रत्येक मरीज में अलग हो सकती है। आमतौर पर एपी लेसिक को पारंपरिक लेसिक की तुलना में ज्यादा किफायती विकल्प माना जाता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि इसमें एक्साइमर लेजर के उपयोग की जरूरत नहीं है।
हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि जब दृष्टि सुधार सर्जरी की बात आती है तो कीमत को कभी भी आपका एकमात्र विकल्प नहीं होना चाहिए। एपी लेसिक और पारंपरिक लेसिक दोनों के फायदे और जोखिम के बारे में अपने नेत्र रोग विशेषज्ञ से बात करना हमेशा अच्छा होता है। इससे आपको एक सूचित फैसला लेने में भी मदद मिलती है।
एपी लेसिक की कीमत लगभग 15000 से 30,000 प्रति आंख तक होती है। हालांकि, कोई भी फैसला लेने से पहले सटीक मूल्य निर्धारण के लिए अपने नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना जरूरी है। आपको यह भी नोट करना चाहिए कि सभी दृष्टि बीमा योजनाएं एपी लेसिक की कीमत को कवर नहीं करती हैं। हालांकि, कई सर्जन वित्तीय मदद की जरूरत वाले मरीजों के लिए भुगतान योजना या लचीले वित्तपोषण विकल्प प्रदान करेंगे।
एपी लेसिक की कीमत को प्रभावित करने वाले कारकों में आपकी प्रक्रिया की जटिलता, उपयोग किए जाने वाले उपकरण, उत्पाद के प्रकार और सर्जरी से पहले या बाद की देखभाल शामिल हैं। वास्तविक एपी लेसिक प्रक्रिया की कीमत के अलावा व्यापक आंखों की जांच और फॉलो-अप देखभाल से जुड़ी अन्य कीमतें हो सकती हैं।
कई मरीजों के अनुसार, एपी लेसिक की सामर्थ्य और सुविधा इसकी अग्रिम कीमत से कहीं ज्यादा है। ऐसे में अपने डॉक्टर के साथ संभावित दृष्टि सुधार प्रक्रियाओं पर चर्चा करते समय दीर्घकालिक फायदे, बेहतर दृष्टि और सुधारात्मक आईवियर की कम जरूरत जैसे विचार करने वाले कारक हैं।
एपी लेसिक के लिए सही समय – Best Time For Epi LASIK In Hindi
एपी लेसिक के लिए सबसे अच्छा समय वह है जब आपकी दृष्टि स्थिर हो जाती है। इससे आपको प्रक्रिया से लंबे समय तक चलने वाले नतीजे मिलते हैं। इस प्रक्रिया को करवाने से पहले आपकी दृष्टि में कोई भी बदलाव ठीक होने तक इंतजार करने की सलाह दी जाती है। इसका मतलब यह है कि मजबूत प्रिस्क्रिप्शन की जरूरत वाले लोगों को कम से कम 18 साल या उससे ज्यादा उम्र होने तक इंतजार करना चाहिए। हालांकि, जल्द रिकवरी समय के साथ सुरक्षित और कम आक्रामक प्रक्रिया तलाश कर रहे लोगों के लिए एपी लेसिक फायदेमंद हो सकती है।
इस प्रक्रिया का उपयोग मायोपिया (निकट दृष्टिदोष), हाइपरोपिया (दूरदर्शिता) और एस्टिग्मैटिज्म (दृष्टिवैषम्य) जैसी दृष्टि समस्याओं की श्रृंखला में सुधार के लिए किया जाता है। साथ ही कभी-कभी दृष्टि की स्थिति वाले लोगों के लिए भी एपी लेसिक सबसे अच्छा विकल्प हो सकती है, जो अल्पकालिक समाधान से फायदे प्राप्त कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, जिन लोगों को मोतियाबिंद है या रात में बेहतर दृष्टि की जरूरत है, वह इस प्रक्रिया को चुनने का फैसला ले सकते हैं।
प्रक्रिया कैसी है – What Is The Procedure Like In Hindi
एपी लेसिक एक आउट पेशेंट प्रक्रिया है, जो आमतौर पर प्रति आंख 30 मिनट से कम समय लेती है। इस प्रक्रिया से पहले आपको यह सुनिश्चित करने के लिए सुन्न करने वाली आई ड्रॉप्स दी जाती है कि आप पूरी प्रक्रिया के दौरान सहज हैं। प्रक्रिया के दौरान सर्जन आपके कॉर्निया को फिर से आकार देने के लिए एक लेजर का उपयोग करते हैं। इससे आपके रेटिना पर रोशनी को ज्यादा प्रभावी ढंग से फोकस करने में मदद मिलती है, जिसकी वजह से आपकी दृष्टि में सुधार होता है। सर्जरी के बाद में कई मरीज तुरंत बेहतर दृष्टि मिलने की रिपोर्ट करते हैं। एपी लेसिक की प्रक्रिया बहुत कम आक्रामक है, इसलिए यह आमतौर पर कम या बिना किसी असुविधा जल्द रिकवरी में मदद करती है।
एपी लेसिक के नतीजे तुरंत महसूस किए जा सकते हैं। हालांकि, नतीजों को पूरी तरह से महसूस होने में तीन महीने तक का समय लग सकता है। एपी लेसिक एक लेजर के साथ कॉर्निया को फिर से आकार देने का काम करती है। लेजर का उपयोग कॉर्निया की सतह से कोशिकाओं की बहुत पतली परत को हटाने के लिए किया जाता है, जो इसके आकार को बदल देती है। इससे आपकी आंख में जाने वाली रोशनी को ठीक से फोकस करने में मदद मिलती है, जिसकी वजह से आपकी दृष्टि में सुधार होता है। एपी लेसिक से आप तेज दृष्टि और फोकस की एक बड़ी रेंज प्राप्त कर सकते हैं। यह चमकदार रोशनी के आसपास चकाचौंध, चमकते घेरे और स्टारबर्स्ट को कम करने के साथ-साथ बेहतर रात की दृष्टि देने में भी मदद करता है।
अपॉइंटमेंट से पहले तैयारी – Preparation Before Appointment In Hindi
अपॉइंटमेंट से पहले सुनिश्चित करें कि आपके पास अपने प्रिस्क्रिप्शन, बीमा जानकारी और चिकित्सा इतिहास जैसे जरूरी दस्तावेज तैयार हैं। आपको अपने अपॉइंटमेंट के लिए एक समय निर्धारित करना चाहिए और क्लिनिक में अच्छी तरह से आराम करना और सभी कागजी कार्रवाई को पूरा करने के लिए पर्याप्त समय देना चाहिए। आपको आंखों की जांच करने वाले डॉक्टर को अपने लेसिक सर्जरी के अनुभव की विस्तृत जानकारी देने की जरूरत होगी। इसमें आपके द्वारा अनुभव किया गया दर्द या परेशानी भी शामिल है। इस दौरान डॉक्टर यह पूछ सकते हैं कि क्या आपको सर्जरी के बाद चकाचौंध या चमकते घेरे की कोई समस्या थी।
सर्जरी के दौरान या बाद में जरूरत पड़ने पर क्लिनिक में अपनी दवाएं साथ लाना सुनिश्चित करें। साथ ही अपॉइंटमेंट के लिए अपनी सभी वर्तमान आंखों की दवाओं का प्रिस्क्रिप्शन और चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस लाना जरूरी है। अगर आप चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस पहनने में सक्षम नहीं हैं, तो डॉक्टर को बताएं कि आप किस प्रकार के दृष्टि सुधार की तलाश कर रहे हैं।
सर्जरी की तैयारी के लिए आप कुछ चीजें कर सकते हैं।
1. अपनी परेशानी और अपेक्षाओं के बारे में सर्जन से चर्चा करें।
2. अपने चिकित्सा इतिहास, दवाओं और नियोजित सर्जिकल प्रक्रियाओं सहित सर्जरी से पहले जरूरी सभी जानकारी लिखें।
3. सर्जरी के बाद अपने लिए जरूरी वस्तुओं की सूची बनाएं, जैसे चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस, अस्पताल के बिस्तर या व्हीलचेयर।
5. सर्जरी के बाद अस्पताल से आने-जाने के लिए परिवहन की व्यवस्था करें।
6. अगर आप ऑपरेशन के बाद के किसी भी खर्च का भुगतान खुद करने की योजना बनाते हैं, तो ड्राइविंग लाइसेंस जैसा पहचान दस्तावेज और खर्च लाएं।
सर्जरी के बाद सावधानियां – Precautions After Surgery In Hindi
एपी लेसिक एक प्रकार की लेजर सर्जरी है, जो बालों, त्वचा और अन्य ऊतकों को हटाने के लिए छोटे एपी लेजर का उपयोग करती है। यह प्रक्रिया आमतौर पर चेहरे पर की जाती है, लेकिन यह शरीर के अन्य हिस्सों पर भी की जा सकती है। एपी लेसिक सर्जरी कराने के बाद आपको कुछ बातों का खासतौर से ध्यान रखना चाहिए, जैसे:
- धूप के संपर्क से बचने की कोशिश करें: सर्जरी के बाद आपको कुछ दिनों के लिए सूरज के संपर्क में आने से बचना चाहिए, ताकि घाव ठीक से रिकवर हो सके।
- बहुत ज्यादा ठंड से बचें: सर्जरी के बाद बहुत ठंडे तापमान से बचना जरूरी है, क्योंकि इससे सूजन पैदा हो सकती है।
- निर्धारित अनुसार दवाएं लें: अपनी दवाएं अपने डॉक्टर द्वारा निर्धारित अनुसार लें। यह उपचार प्रक्रिया को गति देने में मदद करता है। साथ ही ऑपरेशन के बाद की देखभाल के लिए आपके डॉक्टर द्वारा दिए गए किसी भी निर्देश का पालन करें।
एपी लेसिक सर्जरी एक सुरक्षित और प्रभावी प्रक्रिया है, जो आपकी त्वचा की उपस्थिति में सुधार कर सकती है। इस प्रकार की सर्जरी होने के बाद आपको अपने डॉक्टर की सलाह का पालन करना चाहिए।
निष्कर्ष – Conclusion In Hindi
एपी लेसिक एक अत्याधुनिक प्रक्रिया है, जिसमें अन्य लेजर दृष्टि सुधार विकल्पों की तुलना में कई फायदे हैं। यह प्रक्रिया कम असुविधा और तेज रिकवरी के साथ बेहतरीन नतीजे प्रदान कर सकती है। इसे उन लोगों के लिए सबसे आकर्षक विकल्प माना जाता है, जो अपनी दृष्टि में सुधार करना चाहते हैं। एपी लेसिक की एडवांस तकनीक के उपयोग से आप किसी बड़ी जटिलता या जोखिम के बिना दृष्टि सुधार का अनुभव कर सकते हैं। ऐसे में आज ही अपने नेत्र रोग विशेषज्ञ से बात करें और जानें कि क्या एपी लेसिक आपके लिए सही है।
लेसिक सर्जरी चश्मे से छुटकारा देने वाली 10 मिनट की एक सुरक्षित प्रक्रिया है। उसके लिए मंत्रा केयर सबसे आपको सबसे एडवांस लेसिक विकल्प प्रदान करता है। अगर आपके पास लेसिक सर्जरी से जुड़े कोई सवाल हैं, तो आज ही हमसे +91-9711116605 पर संपर्क करें।