चश्मा हटाने के लिए आंखों का ऑपरेशन: प्रक्रिया और सुझाव – Eye Operation To Remove Specs: Procedure And Tips In Hindi

चश्मा हटाने के लिए आंखों का ऑपरेशन

आंखों का ऑपरेशन क्या है – What Is Eye Operation In Hindi

What Is An Eye Operation?चश्मा हटाने के लिए आंखों का ऑपरेशन बहुत फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, सर्जरी पर विचार कर रहे लोगों को कुछ बातें पता होना जरूरी है। इस सर्जरी को ओपन (खुली) और क्लोज (बंद) सहित दो मुख्य प्रकारों में बांटा गया है।

ओपन सर्जरी तब होती है, जब डॉक्टर आपकी त्वचा में एक छोटा-सा चीरा लगाते हैं और उस छेद से आंख को देखते हैं। इस प्रकार की सर्जरी आमतौर पर एक आउट पेशेंट के आधार पर की जाती है। जबकि, क्लोज सर्जरी में डॉक्टर आपकी त्वचा में एक बड़ा चीरा लगाते हैं। फिर, वह आपकी आंख के अंदर देखने के लिए उस छेद से एक कैमरा और अन्य उपकरण डालते हैं। इस प्रकार की सर्जरी के लिए मरीज को रात भर अस्पताल में रहने की जरूरत होती है। हालांकि, सर्जरी के बाद धुंधली दृष्टि और प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता सहित कुछ असुविधा की संभावना है।

चश्मा हटाने के लिए आंखों के ऑपरेशन के बाद ज्यादातर लोग कुछ ही हफ्तों में अपनी पूरी दृष्टि वापस पा लेते हैं। हालांकि, कुछ को रिकवरी के लिए ज्यादा समय की जरूरत हो सकती है। क्या भी दृष्टि संबंधी समस्या से परेशान हैं और साफ देखने के लिए चश्मा पहनते हैं? अगर हां, तो यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। इसमें हम हम बात करेंगे कि चश्मा हटाने के लिए आंखों का ऑपरेशन कैसे काम करता है। साथ ही आप जानेंगे कि सर्जरी के बाद क्या अपेक्षा की जाए।

जनरल बनाम लोकल एनेस्थीसिया – General vs Local Anesthesia

एनेस्थीसिया दो प्रकार के होते हैं, जिसमें जनरल और लोकल एनेस्थीसिया शामिल है। जनरल एनेस्थीसिया के उपयोग से मरीज पूरी तरह बेहोश हो जाते हैं और उन्हें कुछ भी महसूस नहीं होता है। जबकि, लोकल एनेस्थीसिया आंख जैसे किसी एक अलग हिस्से को सुन्न कर देते हैं। जब आप एनेस्थेटाइज हो जाते हैं, तो सर्जन आंखों तक पहुंचने के लिए आपकी त्वचा में एक चीरा लगाते हैं। फिर, वह आपकी आंखों के आस-पास वाले हिस्से को साफ करने के लिए एक खास उपकरण का उपयोग करेंगे। इस तरह सर्जन आंख से किसी भी मलबे को हटा देते हैं, जिससे दृष्टि संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही वह सुन्न करने वाले एजेंट को इंजेक्ट करने के लिए आपकी आंख में एक ट्यूब डालते हैं। यह आपके लिए सर्जरी को बहुत कम दर्दनाक बनाने में मदद करता है।

इंजेक्शन के बाद सर्जन आपकी आंख से बिमारी या नुकसान वाले लेंस को हटाकर सर्जरी शुरू करते हैं। इसे आपकी आंख के कोने में छोटे या बड़े चीरे की मदद से किया जा सकता है, जो इसके चारों तरफ जाता है। फिर वह किसी भी अन्य बाहरी वस्तु को हटा देते हैं, जो आपकी दृष्टि में रुकावट बनती है। अगर इसके बाद भी आपकी दृष्टि में रुकावट पैदा होती है, तो वह अल्ट्रासाउंड या अन्य प्रकार की इमेजिंग तकनीक के उपयोग से आपके लेंस को और ज्यादा निकाल सकते हैं। इस तरह खराब लेंस को प्लास्टिक या कांच के इम्प्लांट का उपयोग करके आर्टिफिशियल लेंस से बदला जाता है।

आंखों के ऑपरेशन के लिए सही समय – Right Time For Eye Surgery In Hindi

चश्मा हटाने के लिए आंखों का ऑपरेशन सही समय पर करवाना जरूरी है। हालांकि, सर्जरी के लिए सही समय आपके लक्षणों की गंभीरता और चुनी गई सर्जरी के प्रकार सहित कई कारकों पर निर्भर करता है। ऐसे में अगर आप अपनी दृष्टि के साथ गंभीर असुविधा या दृष्टि से संबंधित समस्याओं का अनुभव करते हैं, तो आमतौर पर आपको जल्द से जल्द किसी अनुभवी और योग्य नेत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श करने की सलाह दी जाती है। अगर आपके लक्षण हल्के हैं या थोड़े समय तक बने रहते हैं, तो आपको उपचार विकल्प के बारे में कोई भी फैसला लेने से पहले उनके खराब होने तक इंतजार करने की सलाह दी जा सकती है।

आमतौर पर चश्मा हटाने के लिए कई आंखों के ऑपरेशन के कई प्रकार पर विचार किया जाता है। इनमें मोतियाबिंद हटाना (लेंस एक्सट्रैक्शन), अपवर्तक सर्जरी (लेजर दृष्टि सुधार या लेंस इम्प्लांट) और इंट्राओकुलर लेंस (आईओएल) इम्प्लांटेशन शामिल हैं। हालांकि, कुछ अन्य प्रकार की प्रक्रियाएं भी आंखों पर की जा सकती हैं। इनमें कॉर्नियल ट्रांसप्लांटेशन और विट्रेक्टोमी (बड़ी मात्रा में विट्रियस पदार्थ को हटाना) शामिल हैं। सर्जरी के बारे में कोई भी फैसला लेने से पहले आपके लिए यह जरूरी है कि आप किसी योग्य डॉक्टर से अपनी अलग स्थिति के बारे में बात करें। डॉक्टर आपको उपलब्ध कई विकल्पों के बारे में ज्यादा जानकारी दे सकते हैं। साथ ही वह निर्धारित करते हैं कि कौन सी प्रक्रिया आपके लिए सबसे अच्छी है।

आंखों के ऑपरेशन की प्रक्रिया – Procedure Of Eye Operation In Hindi

आंखों के ऑपरेशन की प्रक्रिया में आंख के खराब या बीमारी वाला हिस्सा हटाकर सर्जन उसे आर्टिफिशियल इम्प्लांट से बदलते हैं। आर्टिफिशियल इम्प्लांट में आमतौर पर लेंस शामिल है, जिसे पलकों में छोटे चीरे से आंख में डाला जाता है। इससे समय के साथ प्राकृतिक दृष्टि में सुधार होता है, क्योंकि नया लेंस नई जगह पर एडजस्ट हो जाता है। इस प्रकार ज्यादातर मामलों में आपको सर्जरी के बाद लगभग दो हफ्ते तक चश्मे की जरूरत होती है। हालांकि, कई लोग बिना चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस के अपनी सामान्य गतिविधियां शुरू कर सकते हैं।

सर्जरी के बाद की जाने वाली उम्मीद प्रक्रिया के प्रकार पर निर्भर करती है। इसके अलावा आपकी बीमारी या चोट की गंभीरता के आधार पर आपको इंफेक्शन रोकने में मदद के लिए एंटीबायोटिक्स या अन्य दवाओं की भी जरूरत हो सकती है। ऐसे में सर्जरी के बाद ज्यादा आंसू आने या कम दृष्टि जैसी किसी भी गंभीर जटिलताओं का अनुभव होने पर तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। सर्जरी के बाद आपके लिए सर्जन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करना भी जरूरी है। इस तरह प्रक्रिया करवाने वाले ज्यादातर लोग उसी दिन घर चले जाते हैं, लेकिन उन्हें सर्जन के निर्देशों का पालन करना चाहिए।

अगर आपको कोई दर्द या परेशानी है, तो बताई गई दवा लें और ज्यादा से ज्यादा आराम करें। कई बार जरूरत पड़ने पर अपनी गर्दन को सहारा देने के लिए हेडरेस्ट या तकिए का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। शरीर में पानी की कमी से बचने के लिए खूब सारे तरल पदार्थ पिएं। साथ ही सुनिश्चित करें कि आप अपने शरीर को रिकवर होने में मदद करने के लिए पौष्टिक खाद्य पदार्थ खाते हैं। इस प्रकार आप कुछ दिनों के अंदर अपनी सामान्य गतिविधियां दोबारा शुरु कर सकते हैं।

रिकवरी के लिए क्या करें – What To Do For Recovery In Hindi

अगर आप सर्जरी पर विचार कर रहे हैं, तो सर्जन आपके सामान्य स्वास्थ्य और आपके द्वारा ली जा रही किसी भी दवा या सप्लिमेंट के बारे में पूछते हैं। कुछ सर्जरी के लिए आपको जनरल एनेस्थीसिया की सिफारिश की जा सकती है। अगर सर्जरी या एनेस्थीसिया के बारे में आपके कोई सवाल हैं, तो परामर्श के लिए अपने सर्जन से संपर्क करें। सर्जरी के बाद आपको रिकवरी रूम में ले जाया जाता है और जरूरत पड़ने पर सर्जन आपको दर्द की दवा दे सकते हैं। सर्जरी के बाद आपको ज्यादा से ज्यादा आराम करना चाहिए।

हालांकि, सर्जरी के दौरान आपकी आंख के आसपास कुछ सूजन और चोट लगने की संभावना रहती है। हालांकि, आने वाले दिनों या हफ्तों में यह धीरे-धीरे कम हो सकती है। इसके अलावा आप प्रभावित आंख में कम दृष्टि का अनुभव कर सकते हैं, जिसमें आमतौर पर समय के साथ सुधार होता है। ऐसे में अगर आपकी दृष्टि में कोई बदलाव है या उपचार से सुधार नहीं हो रहा है, तो आपको तुरंत अपने नेत्र रोग विशेषज्ञेस संपर्क करना चाहिए।

सर्जरी से उम्मीद – Expectation From Surgery In Hindi

चश्मा हटाने के लिए आपकी आंख का ऑपरेशन होने के बाद कुछ आसान निर्देशों का पालन करना जरूरी है। अपने सभी सर्जिकल उपकरणों और सामग्रियों को पास में रखना सुनिश्चित करें। ऐसा इसलिए है, क्योंकि आपको रिकवरी के दौरान उनकी जरूरत हो सकती है। आप इस सर्जरी के बाद निम्नलिखित उम्मीद कर सकते हैं:

  • दर्द से राहत: ज्यादातर लोग सर्जरी के बाद लेने वाली दर्द निवारक दवाओं से राहत महसूस करते हैं। हालांकि, कुछ लोगों को गंभीर दर्द का अनुभव होता है और इसे अन्य दवा से प्रबंधित किया जा सकता है। ऐसे में आपको सबसे अच्छे उपचार की जानकारी के लिए अपने सर्जन से बात करनी चाहिए।
  • रिकवरी का समय: रिकवरी में लगने वाला समय सर्जरी और अलग-अलग परिस्थितियों के आधार पर अलग-अलग होता है। आमतौर पर ज्यादातर मरीज एक या दो हफ्ते के अंदर अपनी सामान्य दिनचर्या फिर से शुरू करने में सक्षम होते हैं। हालांकि, कुछ को लंबे समय तक आराम और अस्पताल में रहने की जरूरत हो सकती है। ऐसे में धैर्य रखें और अपने डॉक्टर के निर्देशों का सावधानी के साथ पालन करें।
  • सूजन: सर्जरी के बाद सूजन आम है और आमतौर पर समय के साथ इसका आकार  कम होने लगता है। आपके लिए यह जरूरी है कि आप सूजन को खुद दूर करने की कोशिश करने से बचें। ऐसा इसलिए है, क्योंकि इससे आंखों में ज्यादा नुकसान या परेशानी हो सकती है। अगर सूजन कुछ दिनों के अंदर कम नहीं होती है, तो इसे प्रबंधन के निर्देशों के लिए अपने डॉक्टर या सर्जन से संपर्क करें।
  • इंफेक्शन: अपने चेहरे या अपने शरीर के किसी भी हिस्से को छूने से बचें, जहां सूजन या दर्द है। यह आपके इंफेक्शन के विकास के जोखिम को बढ़ा सकता है। अगर आपकी आंखों में इंफेक्शन होता है, तो जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से संपर्क करना सुनिश्चित करें।

आंखों की सर्जरी के लिए सुझाव Tips For Eye Surgery In Hindi

चश्मे हटाने के लिए आंखों का ऑपरेशन करवाने के आंखों की उचित देखभाव जरूरी है। इसके लिए आप निम्नलिखित सुझावों का पालन कर सकते हैं:

  • पैच पर दबाव डालने या अपनी आंखें धोते समय उन्हें रगड़ने या छूने से बचें, क्योंकि इससे ज्यादा नुकसान हो सकता है।
  • बहुत सारे तरल पदार्थ पिएं और कैफीन और अल्कोहल से तब तक बचें। ऐसा इसलिए है, क्योंकि यह आंख में सूखापन पैदा कर सकते हैं। इससे उपचार प्रक्रिया ज्यादा कठिन हो सकती है।
  • सर्जरी के बाद कई घंटों तक चमकदार रोशनी या वस्तुओं को सीधे देखने से बचें। ऐसा करने से पहले सर्जरी वाले हिस्से के पूरी तरह ठीक होने तक इंतजार करें।
  • अपने चेहरे और हाथों को नियमित रूप से धोएं। साथ ही आंखों, नाक और मुंह पर सॉफ्ट मॉइस्चराइजर लगाएं।

चश्मा हटाने के लिए आंखों का ऑपरेशन करवाने के बाद आपको कुछ दर्द और परेशानी का अनुभव हो सकता है। हालांकि, ज्यादातर लोग कुछ दिनों में बेहतर महसूस करते हैं। इंफेक्शन को रोकने में मदद के लिए आपको सर्जरी से पहले और बाद में एंटीबायोटिक्स लेने की जरूरत होती है। साथ ही सर्जरी के बाद आपको कुछ दिनों के लिए आई पैच भी पहनना होता है। इसके अलावा आपको सर्जरी के बाद छह हफ्ते तक कुछ भी भारी उठाने से बचने की सलाह दी जाती है। इस प्रकार अगर आप अपनी आंखों में पानी आने, दर्द, सूजन या लालपन का अनुभव करते हैं, तो आपको जल्द से जल्द अपने सर्जन से संपर्क करना चाहिए। यह आपको किसी भी गंभीर जटिलता से बचाने में मदद कर सकता है।

निष्कर्ष – Conclusion In Hindi

चश्मे या आंखों की अन्य समस्याओं को दूर करने के लिए आंखों का ऑपरेशन एक अपेक्षाकृत आसान और सीधी प्रक्रिया है। इसे सर्जन द्वारा लोकल या जनरल एनेस्थीसिया के तहत सुरक्षित और प्रभावी ढंग से किया जा सकता है। ऐसे में ज्यादातर मामलों में सर्जरी के बाद मरीजों को बहुत कम या कोई असुविधा नहीं होती और वह कुछ दिनों में पूरी तरह से रिकवर हो जाते हैं।

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