Contents
- 1 पेट की चर्बी क्या है – What Is Belly Fat In Hindi
- 2 पेट की चर्बी के जोखिम – Risks Of Belly Fat In Hindi
- 2.1 उच्च रक्तचाप
- 2.2 दिल की बीमारी
- 2.3 स्ट्रोक
- 2.4 डायबिटीज
- 2.5 कुछ प्रकार के कैंसर
- 2.6 पागलपन
- 2.7 पित्त की थैली की समस्या
- 2.8 ऑस्टियोआर्थराइटिस
- 2.9 सांस लेने में तकलीफ (स्लीप एपनिया)
- 2.10 किडनी की बीमारी
- 2.11 लीवर की बीमारी
- 2.12 मेटाबोलिक लक्षण
- 2.13 बिना अल्कोहल वाली वसायुक्त लीवर की बीमारी (एनएएफएलडी)
- 2.14 पैंक्रियाटाइटिस
- 2.15 मनोवैज्ञानिक मुद्दे
- 3 पेट की चर्बी से बचने के सुझाव – Tips To Prevent Belly Fat In Hindi
- 4 निष्कर्ष – Conclusion In Hindi
पेट की चर्बी क्या है – What Is Belly Fat In Hindi
मोटापे या ज्यादा वजन से परेशान लोगों के लिए पेट की चर्बी यानी बेली फैट के जोखिम से संबंधित जानकारी होना बहुत जरूरी है। पेट की चर्बी सिर्फ एक परेशानी नहीं है, जो आपके कपड़ों को तंग महसूस कराती है। यह एक प्रकार की वसा है, जिसे आंत की वसा (विसरल फैट) कहा जाता है। यह आपके अंगों के आसपास जमा होती है और कुछ गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनती है। आंत की वसा उपचर्म वसा (सबक्यूटेनस फैट) से अलग होती है। इसे देखा और उंगलियों से दबाया जा सकता है। आंत की वसा स्वास्थ्य के लिए ज्यादा खतरनाक है, क्योंकि यह गंभीर बीमारियों से जुड़ी है। जबकि, कम खतरनाक मानी जाने वाली उपचर्म वसा सिर्फ एक कॉस्मेटिक मुद्दा है। हालांकि, किसी भी प्रकार की बहुत ज्यादा वसा स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकती है।
पेट की चर्बी को अक्सर कमर की परिधि माप का उपयोग करके मापा जाता है। ऐसे में कमर को मापने के लिए पेट के चारों तरफ उसके सबसे चौड़े बिंदु पर एक मापने वाला टेप लपेटें। पुरुषों में कमर की परिधि 40 इंच (102 सेमी) से ज्यादा होने का मतलब पेट की चर्बी होना है। जबकि, महिलाओं में 35 इंच (88 सेमी) से ऊपर का नंबर ज्यादा पेट की चर्बी होना है। अगर आप एब्डोमिनल ओबेसिटी से जुड़ी बीमारियों के जोखिम कारकों की जांच करना चाहते हैं, तो कमर मापना इसका सबसे अच्छा तरीका है।
आज ज्यादातर लोग वजन घटाना चाहते हैं, क्योंकि इससे उन्हें गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। अगर आप भी पेट की चर्बी कम करना चाहते हैं, तो यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए बहुत फायदेमंद है। इसमें हम पेट की चर्बी से जुड़े सबसे आम जोखिम कारकों पर चर्चा करेंगे। स्वास्थ्य को लेकर परेशान लोगों के लिए इन जोखिम कारकों से अवगत होना और अनुभवी डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।
पेट की चर्बी के जोखिम – Risks Of Belly Fat In Hindi
बहुत ज्यादा वजन होना कई गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों से जुड़ा है। यह स्वास्थ्य जोखिम कभी-कभी स्पष्ट नहीं होते हैं, इसलिए आपको इनके बारे में जागरूक होना जरूरी है। ज्यादा पेट की चर्बी से जुड़े ऐसे ही कुछ सबसे गंभीर जोखिम निम्नलिखित हैं:
उच्च रक्तचाप
उच्च रक्तचाप स्ट्रोक का प्रमुख कारण है और इसे दिल की बीमारी के लिए एक प्रमुख जोखिम कारक माना जाता है। अगर आपको उच्च रक्तचाप है, तो इसका मतलब है कि आपके दिल को शरीर में खून पंप करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। यह प्रक्रिया आपके दिल को नुकसान पहुंचाकर कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है। ऐसे में उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए इसे नियंत्रित रखना जरूरी है।
दिल की बीमारी
संयुक्त राज्य अमेरिका में दिल की बीमारी मौत का प्रमुख कारण है। अगर आपके पेट की चर्बी बहुत ज्यादा है, तो आपको दिल की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। दिल की बीमारी से आपको दिल का दौरा, स्ट्रोक या अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में दिल की बीमारी के जोखिम को कम करने के लिए स्वस्थ वजन बनाए रखना और ज्यादा वजन या मोटापे से बचना जरूरी है। इसके अलावा आपको नियमित रूप से व्यायाम और दिल को स्वस्थ रखने के लिए स्वस्थ आहार का सेवन करना चाहिए।
स्ट्रोक
स्ट्रोक एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जिससे मौत या विकलांगता हो सकती है। पेट की चर्बी को स्ट्रोक के लिए एक अहम जोखिम कारक माना जाता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि इससे उच्च रक्तचाप हो सकता है, जो स्ट्रोक के लिए प्रमुख जोखिम कारक है। इसके अलावा बहुत ज्यादा पेट की चर्बी होने से अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं, जो आपके स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ाती हैं। ऐसे में आपको अपने रक्तचाप की नियमित जांच करानी चाहिए। साथ ही उच्च होने पर इसे नियंत्रित करने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए। स्ट्रोक का जोखिम कम करने के लिए आप नियमित व्यायाम और स्वस्थ आहार खाने जैसे तरीके आज़मा सकते हैं।
डायबिटीज
डायबिटीज एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो आपके रक्त शर्करा का स्तर बहुत ज्यादा होने पर होती है। अगर आपको डायबिटीज है, तो इसका मतलब आपके शरीर द्वारा उस इंसुलिन का ठीक से उपयोग नहीं कर पाना है, जो वह पैदा करता है। इंसुलिन एक हार्मोन है, जो आपके शरीर को चीनी संसाधित और उपयोग करने में मदद करता है। डायबिटीज के कारण आपको कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसमें किडनी की बीमारी, नसों में नुकसान और अंधापन जैसे मुद्दे शामिल हैं।
कुछ प्रकार के कैंसर
कैंसर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो जानलेवा हो सकती है। ज्यादा वजन या मोटापे से ग्रस्त लोगों में कुछ प्रकार के कैंसर ज्यादा आम हैं। इनमें स्तन कैंसर, पेट का कैंसर और एंडोमेट्रियल कैंसर शामिल हैं। अगर आपके पेट की चर्बी बहुत ज्यादा है, तो इस प्रकार के कैंसर के लिए नियमित जांच करवाना जरूरी है। इसके अलावा कैंसर विकसित करने वाले लोगों को जल्द से जल्द इलाज करवाने की सलाह दी जाती है।
पागलपन
पागलपन यानी मनोभ्रंश (डिमेंशिया) एक गंभीर स्वास्थ्य संबंधी समस्या है। यह आपको संज्ञानात्मक काम में गिरावट की तरफ ले जाती है। डिमेंशिया का सबसे आम प्रकार अल्जाइमर की बीमारी है। ज्यादा वजन वाले या मोटे लोगों में डिमेंशिया विकसित होने का खतरा ज्यादा होता है। पेट की चर्बी मनोभ्रंश के लिए एक प्रमुख जोखिम कारक है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि इससे आपको उच्च रक्तचाप और डायबिटीज जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। इस प्रकार यह एक गंभीर स्वास्थ्य संबंधी समस्या है, जो जीवन बदल सकती है। अगर आपको मनोभ्रंश का खतरा महसूस होता है, तो आपके लिए अपने डॉक्टर से बात करना बहुत जरूरी है।
पित्त की थैली की समस्या
पित्त की थैली की समस्या ज्यदा वजन या मोटे होने की एक सामान्य जटिलता है। आमतौर पर पित्त की थैली एक छोटा अंग है, जो पित्त को जमा करता है। पित्त एक ऐसा पदार्थ है, जिससे वसा तोड़ने की पाचन प्रक्रिया में मदद मिलती है। अगर आपके पास बहुत ज्यादा पेट की चर्बी है, तो यह आपके पित्त की थैली पर दबाव डालकर समस्या पैदा कर सकती है। पित्त की थैली से संबंधित समस्याएं दर्द, मतली और उल्टी का कारण बन सकती हैं। ऐसे में अगर आपको पित्ता की थैली से जड़ी समस्या है, तो इसका जल्द से जल्द इलाज करवाना जरूरी है।
ऑस्टियोआर्थराइटिस
ऑस्टियोआर्थराइटिस स्वास्थ्य से संबंधित एक आम समस्या है, जो आपके जोड़ों में कार्टिलेज टूट जाने पर होती है। इससे प्रभावित जोड़ों में दर्द, जकड़न और सूजन की समस्या हो सकती है। अगर आपके पेट की चर्बी बहुत ज्यादा है, तो यह आपके जोड़ों पर दबाव डालती है और ऑस्टियोआर्थराइटिस का कारण बनती है। ऑस्टियोआर्थराइटिस एक गंभीर समस्या है, जो अक्षम हो सकती है। ऐसे में आपको अपनी उपचार योजना में नियमित व्यायाम और स्वस्थ आहार जैसे स्वस्थ बदलाव शामिल करने चाहिए। यह पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस से जुड़े दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है।
सांस लेने में तकलीफ (स्लीप एपनिया)
अगर आपके पास बहुत ज्यादा पेट की चर्बी है, तो इसके कारण आपको सांस लेने में समस्या हो सकती है। स्लीप एपनिया सांस लेने से जुड़ी एक आम समस्या है, जो सोते समय आपके वायुमार्ग में रुकावट की वजह से होती है। इससे आपको जोर से खर्राटे लेने या थोड़े समय के लिए सांस लेना बंद करने की समस्या हो सकती है। जब आप सांस लेना बंद कर देते हैं, तो यह आपको हवा के लिए जगा सकता है। इसलिए, अगर आपको स्लीप एपनिया के लक्षण का अहसास होता है, तो डॉक्टर से जांच करवाना सुनिश्चित करें।
किडनी की बीमारी
आपकी किडनी खून को छानने और शरीर से विषैले पदार्थों को निकालने के लिए जिम्मेदार है। अगर आपके पेट की चर्बी बहुत ज्यादा है, तो इससे आपको किडनी की बीमारी हो सकती है। यह बीमारी थकान, मतली और प्यास में बढ़ोतरी सहित कई समस्याएं पैदा कर सकती है। ऐसे में आपको अपने डॉक्टर से नियमित जांच करवानी चाहिए। इससे आपको सुनिश्चित करने में मदद मिलती है कि आपकी किडनी ठीक से काम कर रही हैं। हालांकि, किडनी की बीमारी का निदान होने पर जल्द से जल्द इलाज करवाना जरूरी है।
लीवर की बीमारी
आपका लीवर खून रक्त को छानने और विषैले पदार्थों को तोड़ने सहित क जरूरी काम के लिए जिम्मेदार है। अगर आपके पास पेट की चर्बी बहुत ज्यादा है, तो इससे आपको लीवर की बीमारी हो सकती है। एक बीमारी वाला लीवर थकान, मतली और ज्यादा प्यास लगने सहित कई समस्याएं पैदा कर सकता है। ऐसे मे आपको अपने डॉक्टर से नियमित जांच करवानी चाहिए। इससे आपको यह सुनिश्चित करने में मदद मिल सकती है कि आपका लीवर ठीक से काम कर रहा है। अगर आपको लीवर की बीमारी का पता चलता है, तो जल्द से जल्द इलाज करवाना जरूरी है।
मेटाबोलिक लक्षण
एक मेटाबोलिक सिंड्रोम स्वास्थ्य समस्याओं का एक समूह है। यह दिल की बीमारी, स्ट्रोक और डायबिटीज के विकास का जोखिम बढ़ाता है। अगर आपके पेट की चर्बी बहुत ज्यादा है, तो इससे आपको मेटाबॉलिक सिंड्रोम हो सकता है। मेटाबोलिक सिंड्रोम एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो आगे चलकर कई समस्याओं का कारण बन सकती है। अगर आपको मेटाबोलिक सिंड्रोम है, तो आपको दिल की बीमारी, स्ट्रोक और डायबिटीज के उपचार से जुड़े विकल्पों के बारे में अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
बिना अल्कोहल वाली वसायुक्त लीवर की बीमारी (एनएएफएलडी)
बिना अल्कोहल वाली वसायुक्त लीवर की बीमारी (एनएएफएलडी) एक आम स्वास्थ्य समस्या है। यह आपके लीवर में बहुत ज्यादा वसा जमा होने के कारण होती है। एनएएफएलडी सिरोसिस का कारण बन सकता है। यह एक गंभीर स्थिति है, जो लीवर खराब होने का कारण बनती है। इसका निदान अक्सर उन लोगों में किया जाता है, जो ज्यादा वजन या मोटापे से ग्रस्त हैं। साथ ही यह उन लोगों को भी प्रभावित कर सकता है, जिन्हें डायबिटीज, उच्च कोलेस्ट्रॉल या उच्च ट्राइग्लिसराइड्स है। अगर आपके पास इनमें से कोई भी स्थिति है, तो आपको एनएएफएलडी के लिए अपने जोखिम को लेकर किसी अनुभवी डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
पैंक्रियाटाइटिस
पेंक्रियाटाइटिस एक ऐसी स्थिति है, जो पेंक्रिया में सूजन होने के कारण होती है। यह ज्यादा गंभीर होकर मौत का कारण भी बन सकती है। इसका निदान ज्यादातर उन लोगों में किया जाता है, जो ज्यादा वजन वाले या मोटे होते हैं। इसके अलावा यह उन लोगों को भी प्रभावित कर सकती है, जिन्हें डायबिॉीज, उच्च कोलेस्ट्रॉल या उच्च ट्राइग्लिसराइड्स है। यह पूरी तरह से समझा नहीं गया है, कि पेट की चर्बी से पेंक्रियाटाइटिस होने का खतरा क्यों बढ़ जाता है। हालांकि, माना जाता है कि आपके पेट की ज्यादा चर्बी पेंक्रिया पर दबाव डालती है। इससे पेंक्रिया में सूजन होने की संभावना बढ़ जाती है।
मनोवैज्ञानिक मुद्दे
ज्यादा वजन या मोटापे वाले लोग अक्सर बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर (बीडीडी) जैसे मनोवैज्ञानिक मुद्दों से पीड़ित होते हैं। बीडीडी एक ऐसी स्थिति है, जहां एक व्यक्ति अपनी उपस्थिति के प्रति जुनूनी होता है और अक्सर खुद को बहुत ज्यादा बड़ा मानता है। इससे गंभीर चिंता, अवसाद और आत्महत्या भी हो सकती है। इस प्रकार पेट की चर्बी सामाजिक अलगाव और भेदभाव के लिए आपके जोखिम को भी बढ़ाती है। अध्ययनों से पता चला है कि जो लोग मोटे होते हैं, उनके साथ अक्सर उनके परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों द्वारा अलग तरह से व्यवहार किया जाता है। उन्हें चिढ़ाया या उनका मजाक बनाया जा सकता है, जिससे उन्हें नौकरी या साथी खोजने में कठिनाई हो सकती है।
यह पेट की चर्बी से संबंधित कुछ प्रमुख जोखिम कारक हैं, जिनके बारे में आपको जानना बहुत जरूरी है। अगर आप मोटापे या ज्यादा वजन को लेकर परेशान हैं, तो इन स्थितियों के लिए अपने जोखिम को लेकर डॉक्टर से बात करना जरूरी है। अपने जोखिम को कम करने के लिए आप वजन घटाने पर भी विचार कर सकते हैं।
पेट की चर्बी से बचने के सुझाव – Tips To Prevent Belly Fat In Hindi
पेट की चर्बी कई लोगों के लिए एक आम समस्या है, जिससे कई जोखिम जुड़े हैं। हालांकि, इन जोखिमों को दूर करने के कई तरीके हैं।
- वजन घटाना पेट की चर्बी के जोखिम को दूर करने का बेहतरीन तरीका है, जो स्वस्थ आहार के पालन से किया जा सकता है। जब आहार की बात आती है, तो आपको फल, सब्जियां, दुबला प्रोटीन और साबुत अनाज जैसे स्वस्थ भोजन खाने पर ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा आपको प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, शर्करा युक्त पेय, बहुत ज्यादा संतृप्त और अस्वस्थ वसा से भी बचना चाहिए।
- जीवनशैली में बदलाव पेट की चर्बी का जोखिम दूर करने वाला अन्य तरीका है। अगर आपके पास बताया गया कोई भी जोखिम कारक है, तो आपको इससे बचने के तरीके जानने के लिए अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। इसमें अपना आहार बदलना, ज्यादा व्यायाम करना और दवाएं लेना शामिल हो सकते हैं।
- पेट की चर्बी का जोखिम दूर करने के लिए सर्जरी एक अन्य प्रभावी तरीका है। यह उन लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है, जो बहुत ज्यादा वजन या मोटापे से ग्रस्त हैं या आहार और व्यायाम की मदद से अपना वजन कम नहीं कर पाए हैं। आपके पेट में चर्बी की मात्रा को कम करने में सर्जरी बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है। इसके लिए अलग-अलग बेरिएट्रिक सर्जरी प्रक्रियाएं हैं। हालांकि, कोई भी विकल्प चुनने में मदद के लिए डॉक्टर से परामर्श करना सबसे अच्छा उपाय है।
बेली फैट का जोखिम दूर करने की कोशिश एक चुनौती है। हालांकि, याद रखना जरूरी है कि आप अकेले नहीं हैं और मदद के लिए कई संसाधन उपलब्ध हैं। इसलिए, विकल्पों को लेकर अपने डॉक्टर से बात करें और परिवार या दोस्तों से मदद लेना सुनिश्चित करें। सही साधनों से आप पेट की चर्बी का जोखिम दूर करके स्वस्थ जीवन जीने में मदद मिल सकती है।
निष्कर्ष – Conclusion In Hindi
कुल मिलाकर ज्यादा पेट की चर्बी होने से कई जोखिम जुड़े हैं। आपके लिए इनकी जानकारी होना जरूरी है, ताकि आपको पेट की चर्बी कम करने और संपूर्ण स्वास्थ्य सुधारने के लिए उचित कदम उठाने में मदद मिल सकती है। पेट की चर्बी एक आम समस्या है, लेकिन बहुत ज्यादा पेट की चर्बी से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इससे जुड़े बहुत सारे जोखिम शरीर में सूजन के बढ़े हुए स्तर से संबंधित हैं। ऐसे में स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम और तनाव का स्तर प्रबंधित करके आपके शरीर में सूजन की मात्रा को कम करना जरूरी है। इसके अलावा शरीर में सूजन कम करने के तरीके जानने के लिए आप अपने डॉक्टर से भी बात कर सकते हैं।
वजन घटाने और इससे संबंधित ज्यादा सुझावों के लिए आप मंत्रा केयर से संपर्क करे सकते हैं। हमारे पास अनुभवी आहार विशेषज्ञों की एक टीम है, जो आपकी विशेष जरूरतों और लक्ष्यों के अनुसार स्वस्थ वजन घटाने का कार्यक्रम विकसित करती है। साथ ही यह योग्य टीम आपको वजन घटाने की यात्रा में मार्गदर्शन भी प्रदान करती है। आप ऑनलाइन पोषण परामर्श कार्यक्रम के जरिए हमारे पोषण विशेषज्ञों से भी संपर्क कर सकते हैं, जो फिटनेस लक्ष्यों को प्राप्त करने में आपकी मदद करते हैं। हमारे साथ परामर्श शेड्यूल करने या किसी अन्य जानकारी के लिए हमारी मंत्रा केयर की ऑफिशियल वेबसाइट mantracare.in पर विजिट करें। आप हमारी फिटमंत्रा ऐप भी डाउनलोड कर सकते हैं।